नई दिल्ली: स्वीट कॉर्न (Sweet Corn) हो या देसी भुट्टा (Desi Roasted Corn) दोनों को खाने का अपना अलग मजा है, लेकिन जब बात फायदे की आती है, तो आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि दोनों में से ज्यादा फायदेमंद विकल्प कौन सा है.


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सबसे पहले ये जानिए कि स्वीट कॉर्न और देसी रोस्टेड कॉर्न में क्या अंतर है?


स्वीट कॉर्न और देसी रोस्टेड कॉर्न में अंतर 


एक्सपर्ट्स के मुताबिक, स्वीट कॉर्न इम्पोर्टेड हाइब्रिड सीड्स से उगाया जाता है और इसे उगाने में ज्यादा संसाधनों की जरूरत होती है. इसका असर इसमें मौजूद पोषक तत्वों पर भी पड़ता है. इसमें शुगर की मात्रा ज्यादा होती है. इसे उगाने में पेस्टिसाइड्स का इस्तेमाल भी काफी मात्रा में किया जाता है. इसमें फाइबर की मात्रा भी बहुत कम होती है.


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3000 से ज्यादा वैरायटीज 


 


वहीं देसी भुट्टा यानी Indigenous corn, 3000 से ज्यादा वैरायटीज में पाया जाता है. इसे उगाने में पानी और खाद का इस्तेमाल भी बहुत कम मात्रा में होता है. इसमें पेस्टीसाइड्स यानी कीटनाशकों का इस्तेमाल भी कम मात्रा में होता है. Indigenous corn में शुगर की मात्रा उतनी ज्यादा नहीं होती. शुगर, स्टार्च में कन्वर्ट हो जाता है. इसलिए ये ज्यादा हेल्दी ऑप्शन है.


हाई फाइबर कंटेंट


देसी कॉर्न (Indigenous corn) में मौजूद हाई फाइबर कंटेंट भी ब्लड ग्लूकोज को कंट्रोल करता है और आपके डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को अच्छी कंडीशन में रखता है. जहां स्वीट कॉर्न पूरे साल आपको मिल जाएगा. वहीं भुट्टे की देसी वैरायटी आपको बारिश के मौसम में ही मिलेगी.