नई दिल्ली : मांसाहारी डायट छोड़कर अचानक Vegetarian Diet डायट पर आना किसी के लिए भी मुश्किल हो सकता है. लेकिन क्या आपने सोचा है कि अचानक Diet में बदलाव करने से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ते हैं? चलिए जानें, इस संबंध में क्या कहती है रिसर्च. 


नॉन वेजिटेरियन और वेजिटेरियन डायट में फर्क


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डायट में मीट का सेवन कम करने या बंद करने से शारीरिक और भावनात्मक दोनों तरह के प्रभाव होते हैं. कई शोधों के मुताबिक, नॉन वेजिटेरियन डायट के कारण कोलेस्ट्रॉल लेवल के बढ़ने और saturated fat से हृदय रोग बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है. सैचुरेटेड फैट मीट और फिश सभी में मौजूद होता है, जबकि Vegetarian Diet कोलेस्ट्रॉल के स्तर के लिए उतना जोखिम पैदा नहीं करती और उसमें सैचुरेटेड फैट भी कम होता है. 


मीट का सेवन ना करने से होते हैं ये प्रभाव


बेशक, नॉन-वेजिटेरियन आधारित डायट प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती है, लेकिन इसके कुछ नकारात्मक प्रभाव भी हैं. डायट में मीट को शामिल करने और कभी-कभी इसका सेवन करने से स्वास्थ्य पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है. लेकिन जब आप मीट का सेवन कम या बंद कर देते हैं तो आपके शरीर में कई परिवर्तन होते हैं. जैसे-


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एसिडिटी होती है कम


शोधों से पता चलता है कि नॉन वेजिटेरियन डायट पेट में एसिड के उत्पादन को बढ़ा सकती हैं, जिससे एसि‍डिटी, हार्टबर्न, सिरदर्द, पेट दर्द जैसी बीमारियां हो सकती हैं. ऐसे में मीट छोड़ने से एसिडिटी कम बनती है.


वजन घटाने लगता है


शोधों के अनुसार, जब मीट खाने वाले पूरी तरह से वेजिटेरियन डायट पर आ जाते हैं तो उनका वजन स्वस्थ तरीके से कम होने लगता है. अपने डायट से मीट को खत्म करना फायदेमंद साबित हो सकता है. साथ ही, वेजिटेरियन डायट आधारित डायट में कम कैलोरी और कम फैट होता है.


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हेल्दी डायजेस्टिव सिस्टम


नॉन वेजिटेरियन लोगों की तुलना में, जो लोग वेजिटेरियन डायट पर रहते हैं उनके पाचन तंत्र साफ होते हैं. शाकाहारी डायट हेल्दी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है, जो आंतों को साफ करने और डायजेस्टिव डिसऑर्डर को रोकता है.


टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम होता है कम


शोधों से पता चलता है कि शाकाहारियों की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम मीट खाने वालों में बहुत अधिक है.


इंफेक्शन का कम जोखिम


विशेषज्ञों का मानना है कि नॉन वेजिटेरियन डायट को छोड़ने से शरीर में होने वाले इंफेक्‍शन और सूजन को कम किया जा सकता है. यदि जानवर को कुछ संक्रमण हैं, तो वह मीट खाने के बाद सीधे मानव शरीर में स्थानांतरित हो सकता है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)