World Malaria Day: मलेरिया के इन 5 लक्षणों को न करें नजरअंदाज, इलाज में देरी से बढ़ सकता है कोमा में जाने का खतरा
Malaria symptoms In Hindi: मलेरिया के शुरुआती संकेत फ्लू की तरह होते हैं. ऐसे में कई बार लोग इसकी गंभीरता को नजरअंदाज करने की गलती कर बैठते हैं, जो कि जानलेवा साबित हो सकती है.
मलेरिया एनाफिलीज मच्छर के काटने से होने वाली एक बीमारी है, जो कि गंभीर मामलों में जानलेवा भी साबित हो सकता है. हर साल मलेरिया से लाखों लोगों की मौत होती है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, 2022 में दुनिया भर में लगभग 249 मिलियन मलेरिया के मामले और 6,08,000 मौत दर्ज की गयी थी.
ऐसे में हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है. इसका उद्देश्य मलेरिया कंट्रोल करने के प्रयासों की सराहना करना और इसके प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है. खासतौर पर उन लोगों के बीच जो ऐसे इलाकों में रहते हैं जहां मच्छर का आतंक ज्यादा है. ऐसे में यदि आपके घर के आसपास भी मच्छर बहुत ज्यादा है तो मलेरिया से जुड़े लक्षणों के बारे में अच्छी तरह से समझ लें.
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मलेरिया के शुरुआती लक्षण
बुखार (हर 48 घंटे के साइकिल में)
सिरदर्द
पसीना आना
ठंड लगना
उल्टी होना
मांसपेशियों में दर्द
दस्त
बीमार महसूस होना
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इतने घंटे में नजर आएंगे संकेत
आमतौर पर मलेरिया होने के संकेत मच्छर के काटने के 6-12 घंटे बाद नजर आने लगते हैं. जिसका उपचार जल्द से जल्द ना किया जाए तो कोमा और यहां तक की मौत की स्थिति भी पैदा हो जाती है. बता दें कि मच्छर के काटने के बाद मलेरिया होने का खतरा 1 साल तक रहता है.
ऐसे फैल सकता है मलेरिया
वैसे तो मलेरिया सिर्फ मादा मच्छर के काटने पर ही होता है. लेकिन यह बीमारी यदि प्रेगनेंसी के दौरान मां को है तो अजन्मे बच्चे को मलेरिया हो सकता है. इसके अलावा मलेरिया के मरीज का संक्रमित खून या उसे लगाया गया इंजेक्शन दूसरे को इंजेक्ट करने से यह रोग फैलता है.