अध्ययन: नशे की आड़ में स्ट्रोक का खतरा बढ़ाता है शराब, लक्षण जानकर करें ये उपाय
Stroke Risk From Alcohol: शराब पीने से शरीर को क्या नुकसान होते हैं ये सभी जानते हैं. लेकिन शराब के बैड रिसल्ट्स को जानने के बाद भी लोग इसका अधिक सेवन करते हैं. एक अध्ययन में शराब पीने से स्ट्रोक का खतरा पाया गया है.
Stroke Risk From Alcohol: पार्टियों में अधिकतर लोग शराब का सेवन करते हैं. शराब का नशा लोगों को अच्छा लगता है इसलिए कुछ लोग जरूरत से ज्यादा शराब पीते हैं. लेकिन डॉक्टर हमेशा शराब का कम सेवन करने की सलाह देते हैं. क्योंकि इससे न केवल शरीर पर बुरा असर पड़ेगा बल्कि आपका शरीर गंभीर रोग का शिकार हो सकता है. एक नए अध्ययन में सामने आया कि अगर आप रोजाना एक या दो ड्रिंक भी पीते हैं तो नुकसानदायक है. शराब पीने के बाद व्यक्ति के शरीर में कुछ बदलाव होते हैं जिसे लोग नजरअंदाज कर देते हैं. असल में ये लक्षण ही हमें उस गंभीर बीमारी का संकेत देता है जो शराब पीने के बाद बॉडी पर अटैक करती है. आज हम आपको बताएंगे उस खतरनाक बीमारी के बारे में जो शराब का अधिक नशा करने से हो सकती है.
शराब से स्ट्रोक बढ़ेगा का खतरा
शराब पीने से स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है. अध्ययन में पाया गया है कि शराब सीधे तौर पर ब्लड प्रेशर को बढ़ा देती है और इससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है. अधिक शराब पीने से एट्रियल कक्ष अनियमित रूप से सिकुड़ता है, जिसकी गति कई बार 400 से 600 गुना प्रति मिनट की हो सकती है. कार्डियक चैंबर में, मुख्य रूप से बाएं एट्रिया में, ब्लड के वेंट्रिकल्स में भरने और रक्त के स्टेसिस के कारण थक्का जमने लगता है. यह थक्का कार्डियक चैंबर से निकल कर परिधीय अंगों में माइग्रेट कर सकता है और इसके कारण ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है.
पहचानें स्ट्रोक के लक्षण
स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है जब व्यक्ति के दिमाग में किसी नस के फटने के कारण खून निकलने लगता है. इसमें धमनियां ब्लॉक हो जाने के कारण मस्तिष्क के किसी हिस्से तक रक्त और ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है. युवाओं में ब्रेन स्ट्रोक के मामले अधिक देखने को मिलते हैं. इसके पीछे का कारण मोटापा, शराब की लत, नशीले पदार्थों का सेवन, जंक फूड्स का सेवन, ब्लड प्रेशर की समस्या और कोलेस्ट्रॉल की समस्या है.
स्ट्रोक का उपाय
अधिक शराब पीने वालों में अगर ये सभी लक्षण दिखते हैं, तो सावधान हो जाएं कि उस व्यक्ति को ब्रेन स्ट्रोक हुआ है. ऐसी स्थिति में जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें. इसके साथ ही मरीज को हिला-डुला कर, उससे बात करने की कोशिश करें. मरीज का प्रतिक्रिया देना बहुत जरूरी है.
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