नई दिल्ली: परफ्यूम का (Perfume) हर कोई शौकीन होता है. और अब तो ये शौक दिन के ड्रेसिंग रुटीन में बदल गया है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि परफ्यूम आपके लिए हानिकारक भी हो सकता है. अगर नहीं सोचा है, तो ऐसा हो सकता है. दरअसल परफ्यूम में जिन एक्टिव इंग्रीडिएंट्स (Ingredients) का प्रयोग होता है, वो शरीर में कई चीजों के साथ मिलकर रिएक्टेंट्स (Reactants) का काम कर सकते हैं. यहां तक कि ये सांस लेने में तकलीफ और अस्थमा के अटैक का कारण भी बन सकते हैं. ये त्वचा (Skin) को भी नुकसान पहुंचाते हैं. इसलिए आपको जरूरी है कि आप परफ्यूम से होने वाले नुकसानों को जान लें. लेकिन उससे पहले आपको बताते हैं परफ्यूम के कुछ हानिकारक इंग्रीडिएंट्स के बारे में.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

परफ्यूम के हानिकारक इंग्रीडिएंट्स
लोग आमतौर पर परफ्यूम के हानिकारक इंग्रीडिएंट्स को देखते भी नहीं हैं, जबकि हमें परफ्यूम खरीदने से पहले इन हानिकारक इंग्रीडिएंट्स के प्रतिशत को जरूर जानना चाहिए. जैसे कि किसी भी खुशबू वाले स्प्रे में सबसे जहरीले तत्व के रूप में.


इथेनॉल (Ethanol)
आइसोप्रोपिल अल्कोहल (Isopropyl alcohol)
इथाइलीन ग्लाइकॉल (ethylene glycol)
एसीटैल्डिहाइड (acetaldehyde)


इथेनॉल और आइसोप्रोपिल अल्कोहल (Ethanol and Isopropyl Alcohol)का इस्तेमाल परफ्यूम को लंबे समय तक सुगंधित रखने के लिए लिए होता है. लेकिन ये अल्कोहल हानिकारक होते हैं और 30 मिलीलीटर से अधिक मात्रा में लगा लेने पर परेशानी पैदा कर देते हैं.



परफ्यूम लगाने के बाद होने वाली 3 परेशानियां


1. साइनस की परेशानी
पर्यावरण कार्य समूह (EWG) ने एक अध्ययन में पाया है कि परफ्यूम में पाए जाने वाले इंग्रीडिएंट्स नाक के लिए सेंसिटिव होते हैं. जिस वजह से नाक में खुजली और बेचैनी पैदा कर देते हैं. इसी वजह से छीक आने लगती है. वहीं कई लोगों के लिए तो ये साइनस की परेशानी को बढ़ावा देने का काम करते हैं. इसलिए अगर परफ्यूम लगाने के बाद आपकी नाक बहने लगे या जुकाम हो जाए, तो आपको परफ्यूम का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए.


2. अस्थमा के लक्षणों को ट्रिगर करें
परफ्यूम के कुछ हानिकारक इंग्रीडिएंट्स में शामिल इथाइलीन ग्लाइकॉल (ethylene glycol) और एसीटैल्डिहाइड (Acetaldehyde) लोगों में सांस लेने की दिक्कत पैदा करती है. कई बार तो ये दोनों अस्थमा (Asthma) के लक्षणों को भी ट्रिगर करते हैं. सांस लेने में दिक्कत पैदा करके सीने में जकड़न महसूस करवाते हैं, जिससे व्यक्ति को बेचैनी महसूस होती है. ऐसे में अगर आपको ज्यादा दिक्कत लगे तो तुरंत इनहेलर का इस्तेमाल करना चाहिए.


ये भी पढ़ेंः इन सब्जियों का छिलके सहित करें सेवन, होंगे ये सभी फायदे


3. हार्मोन सेंसिटाइजर
कभी-कभी परफ्यूम के कुछ इंग्रीडिएंट्स से एलर्जी महसूस होती है, तो किसी-किसी को ये हार्मोन सेंसिटाइजर (Hormone sensitizer) के रूप में काम करता है. दरअसल ये एंडोक्राइन सिस्टम (Endocrine system) को ऑवर एक्टिवेट कर देता है, जिससे व्यक्ति को मूड स्विंग्स से जुड़ी गड़बड़ियां होती हैं.


इसके अलावा लोगों को कई बार परफ्यूम लगाने पर सुस्ती या ऊर्जा की कमी भी महसूस होती है. साथ ही इसके कुछ सीक्रेट इंग्रीडिएंट्स प्रजनन तंत्र के लिए हानिकारक होते हैं. अगर बात गर्भवती महिलाओं की करें, तो उन्हें इसके इस्तेमाल से बचना चाहिए. ऐसा इसलिए कि ये उनमें उल्टी और मितली की परेशानी को बढ़ा सकते हैं.


सेहत की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


(नोट: कोई भी उपाय अपनाने से पहले डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें)