आयुर्वेद के मुताबिक, सभी तरह के तिलों में काले तिल सबसे ज्यादा फायदेमंद (kale til fayde) होते हैं. काले तिल में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं. काले तिल का सेवन ब्लड प्रेशर के मरीजों (kale til in high bp) के लिए काफी लाभदायक होता है. काले तिल का तेल भी आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. इसकी तासीर गर्म होती है. भारत में काले तिल की काफी खेती की जाती है. गुड़ आदि के साथ तिल से बने लड्डू भारत में काफी पसंद किए जाते हैं. आइए इसके फायदे जानते हैं.


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काले तिल के फायदे (Black Til Benefits)
देश के जाने-माने आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. अबरार मुल्तानी के मुताबिक काले तिल में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज, फाइबर, कार्ब्स, हेल्दी फैट्स आदि मौजूद होते हैं.


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बाल झड़ना (kale til for hair)
प्रदूषण और अस्वस्थ जीवनशैली के कारण बाल झड़ना, असमय सफेद बाल आदि बालों की समस्याएं हो जाती हैं. जिनके समाधान के लिए काले तिल का इस्तेमाल किया जा सकता है. आप असमय सफेद बालों से बचने के लिए काले तिल की जड़ और पत्ते का काढ़ा बनाकर अपने बाल धो सकते हैं. इसके अलावा, तिल के फूल और गोक्षुर को बराबर मात्रा में लेकर घी व शहद में पीसकर सिर पर लगाने से बालों का झड़ना व डैंड्रफ से राहत मिल सकती है.


कब्ज से राहत (Constipation Remedy)
डॉ. अबरार मुल्तानी कहते हैं कि काले तिल में काफी मात्रा में फाइबर और अनसैचुरेटेड फैट होता है, जो आपको कब्ज की समस्या से राहत प्रदान कर सकता है. इसका प्राकृतिक तेल आपके पेट से कीड़े निकालने और पाचन को मजबूत बनाने में मदद करता है. आप काले तिल का सेवन करने से आराम से पेट साफ कर पाएंगे.


संतुलित ब्लड प्रेशर (High BP Problem)
काले तिल में मैग्नीशियम काफी मात्रा में होता है. यह पोषक तत्व आपके शरीर में ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करता है और आप हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बचे रह सकते हैं. काले तिल के तेल में मौजूद पॉलीअनसैचुरेटेड फैट और Sesamin कंपाउंड भी ब्लड प्रेशर के लेवल को संतुलित रखने में मदद करते हैं.


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मजबूत हड्डियां (Black Sesame Seeds for Bones)
काले तिल में कैल्शियम और जिंक की मात्रा भी पाई जाती है. जिस कारण यह हड्डियों की मजबूती के लिए काफी फायदेमंद होता है. काले तिल का सेवन हड्डियों की ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी से सुरक्षा प्रदान करता है. इस बीमारी में हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और फ्रैक्चर होने का खतरा होता है.


दस्त में ब्लीडिंग होना
डॉक्टर का कहना है कि अगर आपको पेट की गड़बड़ी के कारण दस्त के साथ ब्लीडिंग हो रही है, तो भी काले तिल का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके लिए आप काले तिल का 5 ग्राम चूर्ण और इसी के बराबर मिश्री मिलाकर चार गुने दूध के साथ खाएं. इससे ब्लीडिंग रोकने में मदद मिलेगी.


यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.