Delhi air pollution: दिल्ली की हवा में प्रदूषण का स्तर इतना गंभीर है कि यह स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों से 16 गुना अधिक प्रदूषण के कारण, दिल्ली की हवा सांस लेने के लिए खतरनाक है. सोमवार शाम को, दिल्ली में प्रदूषक कण पीएम 2.5 का स्तर 243 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जो डब्ल्यूएचओ के मानक से 16 गुना अधिक है. इस स्तर के प्रदूषण के कारण लोग आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी, नाक और गले में खराश जैसी शिकायतें कर रहे हैं.


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विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना ​​है कि हवा में पीएम 2.5 का स्तर 15 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक नहीं होना चाहिए. अगर यह स्तर इससे अधिक है, तो हवा सांस लेने के लिए हेल्दी नहीं है. दिल्ली में, पीएम 2.5 का स्तर सोमवार को 243 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जो डब्ल्यूएचओ के मानक से 16 गुना अधिक है.


भारतीय मानकों के अनुसार, हवा में पीएम 2.5 का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक नहीं होना चाहिए. हालांकि, दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर 243 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जो भारतीय मानक से भी 4 गुना अधिक है.



इन 10 वर्कआउट टिप्स को फॉलो करें
- जब वायु प्रदूषण का स्तर सबसे कम होता है, तो सुबह के समय वर्कआउट करना सबसे अच्छा होता है.
- यदि संभव हो तो, कम प्रदूषित क्षेत्रों जैसे पार्कों या जंगलों में वर्कआउट करें.
- हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) वर्कआउट करें. यह कम समय में अधिक कैलोरी बर्न करने में आपकी मदद कर सकते हैं, जिससे आप कम समय के लिए बाहर रह सकते हैं.
- जब आप बाहर कसरत कर रहे हों, तो एक फेस मास्क पहनें जो प्रदूषकों को आपके फेफड़ों में जाने से रोक सके.
- वर्कआउट के बाद खूब सारा पानी पिएं ताकि आपके शरीर से गंदगी को बाहर निकल सकें.
- कसरत करने से पहले और बाद में हवा की गुणवत्ता पर नजर रखें और यदि प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक है तो अपने वर्कआउट को कैंसिल कर दें या कम करें.
- यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं, तो कसरत करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें, खासकर यदि वायु प्रदूषण का स्तर अधिक है.
- कसरत के बाद अपने कपड़े धो लें ताकि उन पर लगे प्रदूषक आपके शरीर पर वापस न आ सकें.
- अपने घर के अंदर हवा को शुद्ध करने के लिए एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें.
- कसरत के बाद पर्याप्त आराम करें ताकि आपका शरीर ठीक से रिकवर हो सके.