Symptoms of dementia: डिमेंशिया का वैश्विक बोझ तेजी से बढ़ रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में डिमेंशिया से 55 मिलियन (5.5 करोड़) लोग पीड़ित हैं और हर साल 10 मिलियन (10 लाख) नए मामले सामने आते हैं. वर्तमान में यह बीमारी मृत्यु का सातवां प्रमुख कारण है. यदि प्रारंभिक अवस्था में लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो डिमेंशिया को अच्छी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है. यहां हम उन साइलेंट लक्षणों के बारे में बात कर रहे हैं, जो इस बीमारी की शुरुआत का संकेत देते हैं.


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डिमेंशिया के 3 साइलेंट लक्षण


किसी चीज को याद रखने में परेशानी
यह बीमारी के शुरुआती लक्षणों में से एक है, जहां व्यक्ति सामान्य चीजों को याद नहीं रख पाता है. प्रारंभिक अवस्था में इस स्थिति को नजरअंदाज कर दिया जाता है लेकिन धीरे-धीरे यह बढ़ता है और व्यक्ति की पूरे मेमोरी को प्रभावित करता है. चीजों या हाल की घटनाओं को भूल जाना, यह याद न रखना कि चीजें कहां रखी हैं, अपनी गली या किसी दोस्त के घर को याद न कर पाना डिमेंशिया के कुछ लक्षण हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.


मूड स्विंग
डिमेंशिया का एक और विशिष्ट लक्षण बिना किसी वैध कारण के अक्सर उदास और क्रोधित महसूस करना है. संज्ञानात्मक अध: पतन के प्रभाव के कारण व्यक्ति मूड पर नियंत्रण नहीं रख पाता है. कम से कम ट्रिगर के साथ या कभी-कभी बिना किसी ट्रिगर के इन लोगों को चिंता, घबराहट, उदास और निराश होना आता है.


अनुचित व्यवहार
ऐसा व्यवहार दिखाना जो सामाजिक दायरे में स्वीकार्य नहीं है, डिमेंशिया का एक और संकेत है. यदि कोई व्यक्ति अचानक सार्वजनिक रूप से शांत हो जाता है या दूसरों को गाली देना शुरू कर देता है, तो इसे खारिज नहीं किया जाना चाहिए. अनुचित व्यवहार दिखाना डिमेंशिया का एक और संकेत है जिसे गलत समझा जाता है और यह समय के साथ बिगड़ता जाता है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)