Migraine treatment: माइग्रेन एक प्रकार की तेज और दर्दनाक सिरदर्द (headache) की स्थिति है जिसमें व्यक्ति को असहनीय दर्द होता है. माइग्रेन के साथ-साथ व्यक्ति को कुछ अन्य लक्षण भी महसूस होते हैं. यह दर्द आमतौर पर किसी एक तरफ से शुरू होता है और समय-समय पर तेज हो जाता है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं में माइग्रेन की समस्या काफी ज्यादा देखी जाती है. माइग्रेन का दर्द हफ्तों तक व्यक्ति को परेशान कर सकता है.


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माइग्रेन का विशेष कारण नहीं होता है, लेकिन इसे जेनेटिक, वातावरण और लाइफस्टाइल से संबंधित बताया जाता है. माइग्रेन को दवाओं, आराम, सही खानपान और तनाव कम करने कंट्रोल किया जा सकता है. इस दर्द से राहत पाने के लिए लोग पेन किलर का सहारा भी लेते हैं. लेकिन क्या ब्रेकफास्ट में दूध-जलेबी खाने से माइग्रेन ठीक हो सकता है? आपके ऐसा कोई पोस्ट सोशल मीडिया में या किसी व्यक्ति से जरूर सुना होगा. इस बात पर कितनी सच्चाई है, आइए जानते हैं.


आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. मिहिर खत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो किया, जिसमें बताया गया कि दूध-जलेबी के स्वादिष्ट कॉम्बिनेशन से कई तरह की बीमारियां का इलाज किया जा सकता है. ये कॉम्बिनेशन माइग्रेन से पीड़ित लोगों को भी राहत दे सकता है. डॉ. मिहिर के मुताबिक जिन लोगों को माइग्रेन की शिकायत है, वो दूध-जलेबी का सेवन 1-2 हफ्ते तक करें.


दूध-जलेबी के फायदे
आयुर्वेदिक विशेषज्ञ के अनुसार, माइग्रेन के दर्द को कम करने के लिए दूध के साथ जलेबी का सेवन बहुत प्रभावकारी माना जाता है. आयुर्वेद में सुना गया है कि सुबह सूर्योदय के समय वात की शक्ति अधिक होती है, जिसके कारण दर्द बढ़ सकता है. ऐसे में अगर माइग्रेन के प्रभावित व्यक्ति सुबह खाली पेट दूध-जलेबी का सेवन करते हैं, तो उन्हें सिरदर्द से निपटने में मदद मिल सकती है। जलेबी और रबड़ी को कफवर्धक आहार माना जाता है जो दोषों को संतुलित करने में मदद करते हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)