Infertility in men and women: हमारे आसपास की दुनिया लगातार बदल रही है, और इसी तरह लोगों की लाइफस्टाइल भी. एक ओर जहां तेजी से मेडिकल का नवीनीकरण हो रहे हैं, वहीं बांझपन के मामले भी बढ़ रहे हैं. हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि खराब लाइफस्टाइल विकल्प स्वास्थ्य के सभी पहलुओं को प्रभावित करते हैं. जीवनशैली की बदलती गतिशीलता महिलाओं और पुरुषों में बांझपन में योगदान देने वाले फैक्टर्स में से एक है.


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आज हम उन रोजमर्रा की आदतों के बारे में बात करेंगे, जो बांझपन को बढ़ावा देते हैं. यह आदतें दोनों पुरुषों और महिलाओं में होती हैं.


धूम्रपान या तंबाकू का सेवन
धूम्रपान या तंबाकू का सेवन करने से लिवर और फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है, जिससे हार्मोन के स्तर में बदलाव होता है. सिगरेट का धूम्रपान प्रजनन प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकता है और पुरुषों और महिलाओं दोनों में फर्टिलिटी को कम कर सकता है.


शराब का सेवन
ज्यादा शराब का सेवन पुरुषों में हार्मोन उत्पादन और स्पर्म की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है. वहीं, शराब महिलाओं में ओव्युलेशन और फर्टिलिटी को प्रभावित करती है है.


अधिक वजन
तीसरी आदत है वजन का बढ़ जाना. वजन की बढ़ती संख्या बांझपन के खतरे को बढ़ाती है. अत्यधिक वजन रखने से रक्त में शुगर का स्तर बढ़ता है और इससे हार्मोन के स्तर में भी बदलाव होता है.


खराब आहार
एक आहार जो पोषक तत्वों में कम, प्रोसेस्ड फूड और सैचुरेटेड फैट में अधिक होता है, पुरुषों और महिलाओं दोनों में फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है.


गतिहीन लाइफस्टाइल
शारीरिक गतिविधि का अभाव मोटापे में योगदान कर सकता है, जो महिलाओं में फर्टिलिटी में कमी और पुरुषों में स्पर्म काउंट में कमी से लिंक है.


तनाव
तनाव हार्मोनल संतुलन को बाधित कर सकता है और ओव्यूलेशन व स्पर्म उत्पादन में हस्तक्षेप कर सकता है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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