हाथों की कमजोर पकड़ इन जानलेवा बीमारियों का संकेत, हेल्दी रहने के लिए जरूरी ये Grip Strength Training
Causes Of Loose Handgrip: हाथों की पकड़ की मजबूती सेहत से जुड़े कई राज खोल सकती है. ऐसे में इसकी स्ट्रेंथ को बनाएं रखने के लिए एक्सरसाइज करना बहुत फायदेमंद साबित होता है.
इंसान का शरीर इस तरह से बना हुआ है कि यदि इसके किसी भी अंग या हिस्स में कोई बीमारी या डैमेज हो तो इसका असर किसी ना किसी रूप में पूरी बॉडी में नजर आने लगता है. यहां तक कि इसमें आप हाथों के पकड़ की मजबूत का लेवल भी शामिल है.
हालांकि बढ़ती उम्र के साथ हैंड ग्रिप का कमजोर होना एक नेचुरल प्रोसेस है. लेकिन यदि यंग एज में भी हाथों की पकड़ कमजोर होने लगे तो यह शरीर में पल रही किसी जानलेवा बीमारी का संकेत हो सकती है. ध्यान रखें टाइट हैंडशेक ना सिर्फ आपके कॉन्फिडेंस लेवल से जुड़ा है बल्कि हेल्थ से भी इसका एक डीप कनेक्शन है. ऐसे में इसे मजबूत बनाएं रखने के लिए एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी होता है.
इन बीमारियों का संकेत है हाथों की ढीली पकड़
स्ट्रोक
कार्पल टनल सिंड्रोम
डायबिटीज
ऑस्टियोआर्थराइटिस
हार्ट डिजीज
कैंसर
हैंड ग्रिप के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग-
गेंद को स्क्विज करना
यह एक्सरसाइज हाथों की पकड़ को मजबूत बनाने का सबसे आसान और कारगर तरीका है. इसके लिए एक रबर की गेंद लें और इसे नियमित रूप से दबाएं. इसे आप लेटे या बैठे हुए कर सकते हैं. ऐसा करने से आपके हाथों की मांसपेशियां मजबूत होती है.
हैंड ग्रिपर
पंजों के मसल्स को मजबूत करने के लिए आप बाजार में आसानी से मिलने वाले हैंड ग्रिपर की मदद भी ले सकते हैं. इससे एक्सरसाइज हथेलियां बार-बार खुलती बंद होती है जिससे मांसपेशियों का रेजिस्टेंस पावर बढ़ता है.
कलाई घुमाना
सबसे आसान और बिना किसी इक्विपमेंट की मदद से हाथों की पकड़ को मजबूत करने का तरीका है कलाई को सर्कुलर डायरेक्शन में घूमाना. नियमित ऐसा करने से आपकी कलाई और हाथों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं.
पुल अप बार को पकड़कर लटकें
एक मजबूत ओवरहेड बार या पुल-अप बार पर हाथों की मदद से लटकें. ध्यान रखें कि ऐसा करते समय आपके पैर जमीन को ना छुएं. साथ ही आपको अपने कंधे की मांसपेशियों को इसमें शामिल करते हुए अपनी बाहों को पूरी तरह से फैलाते हुए बार पर लटकना है. ऐसा आप 15-30 सेकेंड तक कर सकते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.