Test for breast cancer: लोकप्रिय टीवी एक्ट्रेस हिना खान (Hina Khan) ने कुछ दिन पहले ही में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर करते हुए ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer) के स्टेज 3 से पीड़ित होने की खबर शेयर की. 36 साल की हिना (Hina Khan breast cancer) ने ये भी बताया कि उन्होंने इलाज शुरू कर दिया है और उनकी हालत अच्छी है. हिना की इस खबर (Hina Khan news) के बाद ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूकता बढ़ाने की काफी जरूरत है. 30 साल से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए नियमित रूप से टेस्ट करवाना बेहद जरूरी है, जिससे ब्रेस्ट कैंसर का जल्दी पता लगाया जा सके और इलाज भी जल्दी शुरू हो सके.


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राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (NCI) के अनुसार, स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिलाओं के लिए 5 साल की अवधि में जीवित रहने की दर लगभग 86% है. हालांकि, ये आंकड़ा सिर्फ शुरुआती जांच और समय पर इलाज पर ही निर्भर करता है. जितनी जल्दी ब्रेस्ट कैंसर का पता चलता है, इलाज उतना ही ज्यादा कारगर होता है और स्वस्थ होने की संभावना भी उतनी ही ज्यादा बढ़ जाती है.


30 के बाद महिलाओं के लिए कौन से टेस्ट जरूरी हैं? (test for breast cancer)


सेल्स-एग्जामिनेशन
महीने में एक बार स्तनों की खुद जांच करना बहुत जरूरी है. किसी भी तरह की गांठ, सख्ती या स्किन में बदलाव महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क करें.


क्लिनिकल ब्रेस्ट एग्जामिनेशन
डॉक्टर द्वारा किया जाने वाला यह टेस्ट स्तन के टिशू में किसी भी असामान्यता का पता लगा सकता है.


मैमोग्राम
यह एक्स-रे टेस्ट होता है, जिसकी मदद से ब्रेस्ट के टिशू  में किसी भी तरह की असामान्यता का पता लगाया जा सकता है. 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए हर 1-2 साल में मैमोग्राम करवाना जरूरी है. 30 से 40 साल की महिलाओं के लिए डॉक्टर व्यक्तिगत इतिहास और जोखिम कारकों के आधार पर मैमोग्राम की सलाह दे सकते हैं.


अल्ट्रासाउंड
यह टेस्ट ध्वनि तरंगों का इस्तेमाल करके ब्रेस्टों की छवियां बनाता है. डॉक्टर कभी-कभी मैमोग्राम के परिणामों को और स्पष्ट करने के लिए अल्ट्रासाउंड की सलाह दे सकते हैं.


ब्रेस्ट कैंसर के संकेत (breast cancer symptoms)
* अगर आपके एक ब्रेस्ट का आकार या आकृति दूसरे ब्रेस्ट से अचानक असमान दिखने लगे तो यह ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है.
* ब्रेस्ट की स्किन में लाली, डिंपल जैसा गड्ढा होना, या संतरे के छिलके जैसी सतह बन जाना भी ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण हो सकता है.
* निप्पल का अंदर की ओर धंस जाना, आकार में बदलाव होना या निप्पल से खून या किसी तरह का तरल पदार्थ निकलना ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण हो सकते हैं.
* कभी-कभी ब्रेस्ट के आसपास या निप्पल पर भी छोटी गांठें महसूस हो सकती हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है.
* ब्रेस्ट के आसपास या कांख में भी गांठ महसूस हो सकती है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.


हिना खान की कहानी से सीख
हिना खान की कहानी से हमें ये सीख मिलती है कि ब्रेस्ट कैंसर किसी को भी हो सकता है. उम्र कोई बंधन नहीं है. इसलिए, 30 साल से अधिक उम्र की सभी महिलाओं को नियमित रूप से टेस्ट करवाना चाहिए और किसी भी तरह के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. जल्दी पता लगाने और इलाज से ब्रेस्ट कैंसर को मात दी जा सकती है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.