हफ्ते में कितने कदम चलेंगे तो बढ़ सकती है 3 साल जिंदगी? देखें इस रिसर्च के नतीजे
अच्छी सेहत की चाहत है तो आपको एक्टिव रहना होगा. साथ ही अगर पैदल चलने की आदत डालेंगे तो कई बीमारियों का खतरा भी कम हो सकता है.
How Many Steps You Should Take In A Week: इस बात से हम सभी वाकिफ हैं कि हेल्दी लाइफ जीने के लिए हमें फिजिकली एक्टिव रहना बेहद जरूरी है. अब हर कोई तो जिम में घंटों पसीना नहीं बहा सकता. ऐसे में पैदल चलना सबसे आसान और असरदार तरीका माना जाता है, लेकिन सवाल उठता है कि आखिर अच्छी सेहत के लिए कितना कदम चलना चाहिए.
हफ्ते में 3 बार 5000 कदम चलें
एक रिसर्च का दावा है कि एक हफ्ते में कम से कम तीन बार 5000 से ज्यादा कदम चलने वालों की जिंदगी खुशहाल और लंबी हो सकती है. लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों जैसे डायबिटीज, हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, मोटापा, डिप्रेशन आदि से भी बचा जा सकता है.
स्मार्ट वॉच का सहारा लें
सेहतमंद रहने के लिए मेहनत करने का इरादा तो हर किसी के मन में पनपता है, लेकिन भागदौड़ भरी इस जिंदगी में समय की बड़ी मार है. इन तमाम चुनौतियों का रामबाण है पैदल चलना. मॉर्डन जमाने में अब ज्यादातर लोगों के हाथ में स्मार्ट वॉच पहनने का चलन है. इसके कई फायदे हैं, समय दिखाने के अलावा इसमें पल्स रेट से लेकर आपने पूरे दिन में कितने कदम चले इसका हिसाब भी रखता है.
उम्र के हिसाब से लिमिट सेट करें
लोग उसे देख तसल्ली से कहते हैं चलो इतने स्टेप्स तो पूरे हुए. फिर भी अच्छी सेहत रखने के लिए कितने कदम चलने चाहिए इसे लेकर हमेशा बहस होती रही है. एक दिन में 10 हजार कदम चलना बेस्ट माना गया है, लेकिन उम्र के हिसाब से हर किसी के लिए कदमों की लिमिट अलग-अलग है.
3 साल बढ़ सकती है जिंदगी
कुछ महीने पहले लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की एक रिसर्ट से पता चला कि 2 साल तक हर हफ्ते तीन बार कम से कम 5,000 कदम चलने की आदत को बनाए रखने वाले शख्स की उम्र 3 साल और बढ़ सकती है, इतना ही नहीं वर्जिश से जुड़े एक्स्ट्रा खर्चे में भी लगभग 13% तक की कमी आ सकती है.
पैदल चलने के फायदे
रोजाना पैदल चलने से कई तरह के फायदे होते हैं, जैसे कि शरीर एक्टिव रहता है और हम दिनभर के कामों को आसानी से कर पाते हैं. पैदल चलने से हार्ट रेट में सुधार होता है और ब्लड प्रेशर भी कम होता है. जोड़ों के दर्द में आराम भी मिलता है. पैदल चलने से चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं में भी काफी हद तक राहत मिलती है.
(इनपुट-आईएएनएस)