अपने दम पर कैसे निकलें डिप्रेशन से बाहर, जानें बहुत काम के टिप्स
अगर कोई व्यक्ति डिप्रेशन के कारण अकेला हो गया है, तो वह खुद भी इससे बाहर निकल सकता है.
अवसादग्रस्त व्यक्ति (डिप्रेशन का शिकार व्यक्ति) खुद को अकेला कर लेता है. दूसरी तरफ ऐसे लोग कम ही मिलेंगे, जो आपको डिप्रेशन से बाहर निकालने में मदद करेंगे. लेकिन अगर किसी व्यक्ति के पास उसे अवसाद से निकालने वाले लोग नहीं हैं या फिर उसकी परेशानी को कोई नहीं समझ पा रहा है, तो भी घबराने की कोई बात नहीं है. क्योंकि, जहां चाह होती है, वहां राह भी निकल आती है. आप खुद अपने दम पर डिप्रेशन से बाहर आ सकते हैं.
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अकेले होने पर डिप्रेशन को कैसे हराएं?
आप अकेले हैं, तो भी डरने की कोई बात नहीं है. क्योंकि अकेले दम पर भी अवसाद से बाहर निकला जा सकता है. आइए इसके लिए जरूरी टिप्स जानते हैं.
आपको मेडिटेशन करना चाहिए. इसका अभ्यास करने से दिमाग से नकारात्मक विचार निकल जाते हैं. अध्यात्म के सहारे आप खुद को अकेला नहीं समझते हैं और धीरे-धीरे उबरने लगते हैं.
प्रकृति और पेड-पौधों से प्यार करना दिमागी शांति के लिए काफी फायदेमंद है. धीरे-धीरे प्रकृति की सहनशीलता आपके अंदर प्रवेश करने लगती है. आप खुद को गार्डनिंग में व्यस्त रख सकते हैं और नकारात्मक विचारों से दूरी बना सकते हैं.
एक्सरसाइज करने से हमारे दिमाग में हैप्पी हॉर्मोन्स का उत्पादन बढ़ता है. जो कि आपके मूड को खुशनुमा बनाने में मदद करते हैं और आप डिप्रेशन से बाहर आ जाते हैं.
म्यूजिक सुनना भी एक मददगार टिप है, जो आपके तनाव और अवसाद को कम करने में मदद करता है. आप म्यूजिक की सहायता से अपना मूड बेहतर बना सकते हैं और इसकी मदद से मेडिटेशन भी कर सकते हैं. बस ध्यान रखें कि हैप्पी और प्यारा म्यूजिक सुनें, दर्द या गम वाला नहीं.
कई शोध में यह बात सामने आई है कि जो लोग अपने पास पालतू जानवर रखते हैं, वह मानसिक स्तर पर ज्यादा मजबूत होते हैं. पालतू जानवर आपका अकेलापन दूर करने में काफी सहायक होता है और आपको बेशर्त प्यार देता है.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.
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