सूरज की रोशनी हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होती है, क्योंकि इससे विटामिन डी मिलता है. अगर शरीर में इस विटामिन की कमी हो जाए तो कई तरह के रोग हो सकते हैं. वहीं, अमेरिका में हुए एक अध्ययन में सामने आया है कि दिन में सूर्य के प्रकाश के संपर्क में न आने से रात में सोने में समस्या हो सकती है. जर्नल ऑफ पीनियल रिसर्च में यह अध्ययन प्रकाशित हुआ है.


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अमेरिका के वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में 2015 से 2018 तक 500 से अधिक ग्रेजूएट छात्रों में यह शोध किया गया. इसमें उनके नींद और दिन के प्रकाश के संबंध का अवलोकन किया गया. शोधकर्ताओं ने पाया कि यंग जनरेशन के लोग देर रात सोते हैं और सुबह देर से जागते हैं. वहीं यूनिवर्सिटी परिसर में सीमित समय के लिए सूरज की रोशनी आती है. जबकि, परिसर में दिन के उजाले के उनके घंटे सीमित होते हैं. वैज्ञानिकों ने बताया कि छात्र मौसम की परवाह किए बिना रात में लगभग समान मात्रा में नींद ले रहे थे, लेकिन वे औसतन 35 मिनट बाद बिस्तर पर जाते थे और गर्मियों की तुलना में 27 मिनट बाद जागते थे इस वजह से छात्रों को दिन के समय रोशनी न मिलना था. इसलिए उनकी सकैंडियन घड़ी गर्मियों की तुलना में देरी से चल रही थीं.


सोने जागने का समय तय करती है सर्केडियन घड़ी
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में जीव विज्ञान विभाग के प्रोफेसर होरासियो डे ला इग्लेसिया ने बताया कि हमारे शरीर में एक नेचुरल सर्केडियन घड़ी होती है, जो बताती है कि रात को कब सोना है और सुबह कब जागना है. अगर आप दिन में सूरज की रोशनी नहीं लेते हैं तो आपकी सर्केडियन घड़ी में देरी होने लगेगी और यह रात की नींद को पीछे धकेलता है. यानी आपको देर रात तक आसानी से नींद नहीं आएगी.


शहर में रहने वालों को ज्यादा खतरा
शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के माध्यम से दुनिया भर में लोगों की बढ़ती संख्या के साथ शहरों में बढ़ते आर्टिफिशियल लाइट के बढ़ते चलन को लेकर चेताया है. शोधकर्ताओं ने सोने में मदद करने के लिए स्क्रीन (टीवी, लैपटॉप व फोन) पर गुजारने वाले समय और आर्टिफिशियल लाइटको कम से कम करने की और में दिन में बाहर निकलने की सलाह दी है. उनका कहना है कि यह अध्ययन लोगों को खासकर सुबह नेचुरल लाइट प्राप्त करने की सलाह देता है. फिर चाहे वो थोड़ी देर के लिए ही क्यों न हो.


किस वक्त की रोशनी है ज्यादा फायदेंमद?
सुबह मिलने वाली सूरज की रोशनी आपकी सर्केडियन घड़ी को आगे बढ़ाती है यानी आपको रात में जल्दी नींद आएगी. लेकिन रात में लाइट के संपर्क में आने से आपकी इस चक्र में देरी होती है, जिससे आप थका हुआ महसूस करेंगे और रात में आपको बेहतर नींद नहीं आती है.