हाल ही में किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया है कि कीटोजेनिक डाइट, जो उच्च वसा और प्रोटीन से भरपूर होती है, एक सामान्य आहार सप्लीमेंट 'सीएआर टी' कोशिका थेरेपी के प्रभाव को बढ़ा सकती है. सीएआर टी (चिमेरिक एंटीजन रिवर्स T-cell) थेरेपी एक उन्नत उपचार है, जिसमें मरीज की प्रतिरक्षा कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाओं को डैमेज करने के लिए रीप्रोग्राम किया जाता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के पेरेलमैन स्कूल ऑफ मेडिसिन और अब्रामसन कैंसर सेंटर के वैज्ञानिकों ने इस नए संयोजन की संभावना की जांच की है. शुरुआती परिणामों से यह संकेत मिलता है कि कीटो डाइट और सीएआर टी का कॉम्बिनेशन कैंसर से लड़ने की क्षमता को बेहतर बना सकता है.


स्टडी का रिजल्ट

इस स्टडी का उद्देश्य यह समझना था कि कीटोजेनिक डाइट का सीएआर टी कोशिका थेरेपी पर क्या प्रभाव पड़ता है. शोधकर्ताओं ने माउस मॉडल का उपयोग करके विभिन्न आहारों के प्रभावों की तुलना की, जिनमें कीटोजेनिक डाइट शामिल था. चूहों पर किए गए परीक्षणों में यह पाया गया कि जिन चूहों को कीटोजेनिक आहार दिया गया, उनमें ट्यूमर कंट्रोल और सर्वाइवल दर में अन्य सभी आहारों की तुलना में सुधार हुआ.

इसे भी पढ़ें- Cancer: 1965-1996 के बीच पैदा होने वालों पर मंडरा रहे 17 तरह के कैंसर, बचने का सिर्फ ये एक रास्ता!


 


सीएआर टी कोशिका थेरेपी और कीटोजेनिक डाइट कॉम्बिनेशन

शान लियू, अध्ययन के सह-प्रमुख लेखक और पोस्ट-डॉक्टोरल फेलो ने कहा, "सीएआर टी से ब्लड कैंसर के कई रोगियों का इलाज किया गया है, लेकिन यह हर मरीज के लिए कारगर नहीं है." साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि कीटोजेनिक डाइट के प्रभाव ने सीएआर टी कोशिकाओं की शक्ति को बढ़ाने में मदद की है.


कैंसर का सस्ता इलाज

माइक्रोबायोलॉजी के सहायक प्रोफेसर, डॉ. मायान लेवी ने कहा, "यह एक ऐसा इलाज हो सकता है जो अपेक्षाकृत सस्ता हो और जिसमें कम टॉक्सिसिटी की संभावना हो. अभी तक इस पर और अधिक क्लिनिकल परीक्षण किए जाने की आवश्यकता है, लेकिन यह शोध कैंसर के इलाज के लिए नई संभावनाओं को जन्म देता है.

इसे भी पढ़ें- Keto Diet: शरीर से चर्बी उतार देगी कीटो डाइट, लेकिन हार्ट-आंत होने लगेगा कमजोर, जानें साइड इफेक्ट्स
 


-एजेंसी-


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.