अगर आप जिम जाते हैं या फिटनेस फ्रीक हैं, तो आपको डेडलिफ्ट एक्सरसाइज की अहमियत पता होगी. डेडलिफ्ट एक वेटलिफ्टिंग एक्सरसाइज (Weightlifting Exercise) है, जिसे आमतौर पर बारबेल की मदद से किया जाता है. आप इसकी मदद से हैमस्ट्रिंग, ग्लूट, क्वाड्स, निचली कमर आदि को मजबूत बनाते हैं. लेकिन अगर आप ने डेडलिफ्ट करते हुए कोई गलती (Deadlifts Mistakes) की, तो आपको गंभीर चोटें लग सकती हैं. इनमें से कुछ चोटें (Injuries during Deadlifts) ऐसी हैं, जो आपका चलना-फिरना भी दर्दनाक और मुश्किल कर सकती हैं.


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डेडलिफ्ट एक्सरसाइज करते हुए लग सकती हैं ये चोट (Injury While Deadlifts)
अगर आप कमर, हैमस्ट्रिंग, ग्लूट और क्वाड्स मसल्स को मजबूत बनाने के लिए डेडलिफ्ट एक्सरसाइज (Deadlifts Exercise) का अभ्यास करते हैं, तो इन चोटों के बारे में जरूर जान लें.


  1. डेडलिफ्ट की शुरुआती पोजीशन में रीढ़ की हड्डी पर काफी तनाव पड़ सकता है. अगर आप डेडलिफ्ट में वजन उठाते हुए कमर की स्थिति सही नहीं रखते हैं, तो आपको स्लिप डिस्क (Slipped Disc problem) या कमर में तनाव (Back Pain) की समस्या हो सकती है. जिससे आपका चलना, बैठना, खड़ा होना भी दर्दनाक बन सकता है.

  2. डेडलिफ्ट के दौरान आपके कूल्हों में मौजूद सभी मसल्स को सक्रिय होना पड़ता है. कूल्हे की कुछ मसल्स काफी नाजुक होती हैं, जिन्हें झटका लगने के कारण कूल्हों में दर्द (Hip Pain) हो सकता है.

  3. डेडलिफ्ट (Deadlifts Exercise) करते हुए आपको हाथों से वजन को उठाना पड़ता है. बारबेल पकड़ने के अलग-अलग तरीके हो सकते हैं. कुछ लोग स्ट्रैप से बारबेल पकड़ते हैं, कुछ ओवरहैंड ग्रिप और कुछ मिक्स्ड ग्रिप से पकड़ते हैं. इसमें से मिक्स्ड ग्रिप से बारबेल पकड़ने पर बाइसेप्स पर अतिरिक्त तनाव आ सकता है, जिसके कारण बाइसेप्स मसल्स टीअर हो सकती है.

  4. डेडलिफ्ट के दौरान बाइसेप्स के अलावा हैमस्ट्रिंग मसल्स भी टीअर हो सकती है. यह आपके घुटने के पीछे वाली मसल होती है.

  5. डेडलिफ्ट में गलत पोस्चर (Wrong Posture during Deadlifts) व क्षमता से ज्यादा वजन उठाने से घुटनों पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है. जिसके कारण घुटने चोटिल हो सकते हैं.


यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.


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