नई दिल्ली: गर्भावस्था के दौरान बच्चे और मां दोनों की सेहत पर काफी ध्यान देने की जरूरत है. गर्भवती महिला को नियमित तौर पर पोषण वाली चीजें खानी चाहिए. जिससे बच्चे और मां को जरूरी तत्व मिलते रहते हैं. अब ऐसे में सवाल उठता है कि गर्भावस्था में किन चीजों को डाइट में शामिल कर सकते हैं? अगर आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा है तो पूरी खबर पढ़िए...


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गर्भावस्था के दौरान क्या-क्या खाना चाहिए


1. ब्रोकोली का सेवन करें
देश के मशहूर आयुर्वेदिक विशेषज्ञ व कई किताबों के लेखक डॉ. अबरार मुल्तानी के मुताबिक ब्रोकोली एक ऐसी सब्जी है जिसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है. फाइबर से भरपूर खाना पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करते हैं, जिससे कब्ज, सूजन या गैस जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है. गर्भावस्था के दौरान आप हरी सब्जियां जैसे ब्रोकोली, पालक और केल का साग का सेवन कर सकते हैं. यह सभी फाइबर और अन्य पोषक तत्वों जैसे फोलेट, मैग्नीशियम, आयरन और कैल्शियम का समृद्ध स्रोत हैं.


2. सैल्मन मछली का सेवन
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स डॉ. अबरार मुल्तानी के अनुसार गर्भावस्था के दौरान सैल्मन फिश का सेवन कर सकते हैं. इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर मात्रा में होता है. ये बच्चे को मस्तिष्क के विकास में मदद करते हैं. सैल्मन के अलावा अन्य प्रकार के समुद्री भोजन जैसे मैकेरल और हेरिंग ओमेगा 3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत हैं. 


3. जामुन का सेवन
दरअसल, जामुन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. इसमें विटामिन सी की मात्रा अधिक होता है. ये आपके आहार को स्वस्थ और पौष्टिक बनाता है. आप सलाद के रूप में जामुन का सेवन कर सकते हैं, इसकी स्मूदी भी बना सकते हैं. जो जामुन और दूध को मिलाकर तैयार की जा सकती है.


गर्भावस्था के दौरान क्या-क्या नहीं खाना चाहिए


1. कैफीन का सेवन न करें
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट्स डॉ. अबरार मुल्तानी बताते हैं कि गर्भावस्था के दौरान कैफीन का अत्यधिक सेवन बच्चे के विकास को रोक सकता है. इसलिए, गर्भवती महिलाओं को प्रति दिन 200 मिलीग्राम से अधिक कैफीन से बचना चाहिए.


2. कच्चे अंडे का सेवन न करें
साल्मोनेला संक्रमण को रोकने के लिए किसी भी रूप में कच्चे अंडे के सेवन से बचना चाहिए. क्योंकि इससे मतली, पेट में ऐंठन, दस्त और उल्टी हो सकती है. इसलिए गर्भावस्था के दौरान ऐसे फूड्स को खाने से बचें.


4. प्रोसेस्ड मीट का सेवन न करें
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. अबरार मुल्तानी ने कहा कि लंबे समय तक स्टोर किए गए प्रोसेस्ड मीट में बैक्टीरिया होने की आशंका अधिक होती है. कच्चे, प्रोसेस्ड, या अधपके मांस के सेवन से परजीवी और बैक्टीरिया जैसे ई.कोली और लिस्टेरिया से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. यही वजह है कि गर्भावस्था के दौरान प्रोसेस्ड मीट का सेवन करने से बचें.


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