9-6 ऑफिस का तो 9-9 `दिल दा मामला` है, देरी कहीं न पड़ जाए भारी!
दिन भर की भागदौड़ में हम अक्सर सुबह देर से नाश्ता करते हैं और रात को भी काम या मनोरंजन के चक्कर में देर से खाना खा लेते हैं. लेकिन एक नए शोध से हमें सावधान करने वाली खबर आई है.
दिन भर की भागदौड़ में हम अक्सर सुबह देर से नाश्ता करते हैं और रात को भी काम या मनोरंजन के चक्कर में देर से खाना खा लेते हैं. लेकिन एक नए शोध से हमें सावधान करने वाली खबर आई है. इस शोध के मुताबिक, सुबह 9 बजे के बाद पहला भोजन करने और रात 9 बजे के बाद आखिरी भोजन (डिनर) करने से दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है.
यह शोध नेचर कम्युनिकेशन नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है. शोधकर्ताओं ने 1 लाख से ज्यादा लोगों के आंकड़ों का विश्लेषण किया, जिनमें से 79% महिलाएं थीं और औसत आयु 42 साल थी. इन लोगों पर 7 साल तक नजर रखी गई.
शोध के नतीजे
शोध के नतीजे चौंकाने वाले हैं. उन्होंने पाया कि जो लोग सुबह 9 बजे के बाद नाश्ता करते हैं और रात को 9 बजे के बाद खाना खाते हैं, उनमें दिल की बीमारी का खतरा उन लोगों की तुलना में ज्यादा होता है जो जल्दी खाना खाते हैं. खासकर महिलाओं में यह जोखिम ज्यादा पाया गया.
ब्रेन स्ट्रोक का भी खतरा
शोधकर्ताओं का कहना है कि सुबह का नाश्ता देरी से करने पर दिल की बीमारी का खतरा 6 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. वहीं, रात का खाना 9 बजे के बाद करने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा 28 प्रतिशत तक बढ़ सकता है. हालांकि, खाने की संख्या और दिल की बीमारी के खतरे के बीच कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया.
एक्सपर्ट की राय
TOI में छपी एक खबर के अनुसार, एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. एस. रामाकृष्णन ने बताया कि सुबह जल्दी नाश्ता और रात का खाना खाने से दिल की सेहत अच्छी रहती है. उन्होंने बताया कि समय पर खाना खाने से भोजन का मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है.
टाइम से करें ब्रेकफास्ट और डिनर
इस शोध के नतीजे हमें जगाने का काम करते हैं. अगर हम अपने दिल की सेहत का ख्याल रखना चाहते हैं, तो हमें जल्दी खाना खाने की आदत डालनी चाहिए. सुबह 9 बजे से पहले नाश्ता करने और रात 9 बजे से पहले आखिरी भोजन करने का लक्ष्य रखें. साथ ही, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं. याद रखें, एक हेल्दी लाइफस्टाइल ही हमें दिल की बीमारियों से बचा सकती है.