Mpox यानी मंकीपॉक्स वायरस ने एक बार फिर से दुनिया भर में चिंता का विषय बना दिया है. इस वर्ष की शुरुआत में, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में इस बीमारी का सबसे बड़ा प्रकोप देखा गया, जिसमें हजारों लोग संक्रमित हो गए थे. दिसंबर 2022 में, DRC सरकार ने इसे महामारी घोषित कर दिया था। अब यह वायरस अफ्रीका के 13 देशों में फैल चुका है और संक्रमण के मामलों में पिछले साल की तुलना में 160 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.


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मंकीपॉक्स वायरस का फैलाव अफ्रीका के बाहर भी हो चुका है. हाल ही में पाकिस्तान के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने देश में इस वायरस के पहले मामले की पुष्टि की. संक्रमित व्यक्ति सऊदी अरब से आया था और अधिकारियों ने वायरस के सटीक स्ट्रेन का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है. इसी तरह, स्वीडन में भी पहला मामला सामने आया है. स्वीडिश स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह वायरस का क्लैड 1 स्ट्रेन है, जिसे अफ्रीका में संक्रमण के बाद पाया गया था. यह स्ट्रेन गंभीर संक्रमण के अधिक मामलों का कारण बनता है और यह सामान्य संपर्क, विशेष रूप से यौन संपर्क के माध्यम से आसानी से फैलता है.


मंकीपॉक्स क्या है?
मंकीपॉक्स एक तरह का वायरस है जो इंसानों और जानवरों दोनों को प्रभावित करता है. यह चेचक के समान ही परिवार से संबंधित है, लेकिन इसके लक्षण कम गंभीर होते हैं. इस बीमारी में बुखार, थकान, शरीर में दर्द और त्वचा पर दाने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. ज्यादातर मामलों में यह बीमारी हल्की होती है लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर भी हो सकती है.


मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?
मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से फैलता है. यह त्वचा के घावों, त्वचा से त्वचा के संपर्क, संक्रमित व्यक्ति के पास सांस लेने या संक्रमित व्यक्ति के इस्तेमाल की हुई वस्तुओं जैसे बिस्तर, कपड़े और तौलिये के संपर्क में आने से फैल सकता है.


मंकीपॉक्स के लक्षण
मंकीपॉक्स के लक्षणों में बुखार, थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, शरीर में ठंड लगना, सूजी हुई लसिका ग्रंथियां, त्वचा पर दाने आदि शामिल हैं. दाने आमतौर पर चेहरे पर शुरू होते हैं और फिर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाते हैं.


मंकीपॉक्स से बचाव के उपाय
* हाथों को बार-बार धोएं और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
* संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें.
* अगर आपको त्वचा पर कोई घाव है तो उसे ढककर रखें.
* जानवरों से संपर्क से बचें.
* संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए सुरक्षित यौन संबंध बनाएं.
* अगर आपके क्षेत्र में मंकीपॉक्स का प्रकोप है तो टीकाकरण करवाएं.


भारत की कड़ी नजर
अफ्रीका में मंकीपॉक्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और अब यह बीमारी अन्य देशों में भी फैलने लगी है. भारत सरकार ने भी इस पर नजर रखना शुरू कर दिया है. इसलिए जरूरी है कि हम सभी सावधानी बरतें और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें. अगर आपको मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.