खूबसूरत बालों के पीछे छुपा जानलेवा सच, कैंसर का खतरा बढ़ा रहा है ये सैलून ट्रीटमेंट!
Advertisement
trendingNow12588466

खूबसूरत बालों के पीछे छुपा जानलेवा सच, कैंसर का खतरा बढ़ा रहा है ये सैलून ट्रीटमेंट!

स्ट्रेटनिंग, कर्लिंग, हेयर डाई और सैलून के अन्य ट्रीटमेंट्स आजकल काफी आम हो गए हैं, जो खूबसूरत और स्टाइलिश बाल पाने की चाह में इन सेवाओं का लाभ उठाते हैं. लेकिन एक नई चेतावनी ने इन ट्रीटमेंट्स के खतरों को उजागर किया है.

खूबसूरत बालों के पीछे छुपा जानलेवा सच, कैंसर का खतरा बढ़ा रहा है ये सैलून ट्रीटमेंट!

आजकल के फैशन और सुंदरता के दौर में बालों की देखभाल के लिए सैलून ट्रीटमेंट्स बेहद पॉपुलर हो गए हैं. स्ट्रेटनिंग, कर्लिंग, हेयर डाई और सैलून के अन्य ट्रीटमेंट्स महिलाओं और पुरुषों दोनों के बीच आम हो गए हैं, जो खूबसूरत और स्टाइलिश बाल पाने की चाह में इन सेवाओं का लाभ उठाते हैं. लेकिन एक नई चेतावनी ने इन ट्रीटमेंट्स के खतरों को उजागर किया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये सैलून ट्रीटमेंट्स कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं.

विशेषज्ञों का कहना है कि हेयर स्ट्रेटनिंग और डाई करने के दौरान इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स में कुछ खतरनाक तत्व होते हैं, जो समय के साथ शरीर में जमा होकर कैंसर का कारण बन सकते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि डाय का इस्तेमाल करने से बालों में चमक आती है, लेकिन इनमें मौजूद कैमिकल शरीर में प्रवेश करके स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकते हैं.

हानिकारक कैमिकल
एक शोध में यह पाया गया कि हेयर डाई में पाए जाने वाले कई कैमिकल (जैसे अमोनिया और पाराफिन) जो स्किन के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं, वे सेल्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कैंसर का कारण बन सकते हैं. इससे सिर और गले के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा, अन्य सैलून ट्रीटमेंट्स जैसे हेयर स्ट्रेटनिंग के दौरान फॉर्मल्डिहाइड जैसे कैमिकल भी शरीर के लिए खतरनाक हो सकते हैं.

फॉर्मल्डिहाइड क्या है?
फॉर्मल्डिहाइड एक कैंसरजन्य पदार्थ है, जो बालों को स्ट्रेट और स्मूद करने के लिए उपयोग में लाया जाता है. यह सिर के स्कैल्प पर एपिडर्मल सेल्स में बदलाव कर सकता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ता है. इसके अलावा, इन केमिकल्स के संपर्क में आने से सांस संबंधी समस्याएं और त्वचा पर जलन भी हो सकती है. ऐसे में, सैलून ट्रीटमेंट्स से पहले यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट हानिकारक कैमिकल्स से फ्री हों. साथ ही, इन सेवाओं का इस्तेमाल करते वक्त सुरक्षा उपायों का पालन करना और ताजे, नेचुरल प्रोडक्ट्स का चयन करना हमेशा एक सेफ ऑप्शन हो सकता है.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

Trending news