उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में लखनऊ में आयोजित ‘कृषि भारत-2024 कार्यक्रम’ का उद्घाटन करते हुए किसानों के लिए स्वावलंबन और बेहतर तकनीक के उपयोग पर जोर दिया. इसी कड़ी में, कार्यक्रम के दौरान गामा रेडिएशन तकनीक ने सबका ध्यान आकर्षित किया, जिससे बिना कोल्ड स्टोरेज के भी अनाज को छह महीने से अधिक समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है.


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कृषि भारत एक्सपो में पीओसीटी ग्रुप के स्टॉल पर गामा रेडिएशन तकनीक की प्रदर्शनी लगाई गई. इस तकनीक का उद्देश्य किसानों के अनाज और फलों को लंबे समय तक बिना किसी गुणवत्ता हानि के सुरक्षित रखना है. यह तकनीक किसानों के लिए क्रांतिकारी साबित हो सकती है, क्योंकि यह उन्हें भंडारण की पारंपरिक चुनौतियों से मुक्ति दिलाने में सक्षम है.


लखनऊ में गामा रेडिएशन प्लांट की स्थापना
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप साही और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस प्लांट का दौरा कर इसकी कार्यक्षमता का आकलन किया. मंत्री ने इसे प्रदेश के लिए गर्व का विषय बताते हुए कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस प्लांट का उद्घाटन करेंगे. पीओसीटी ग्रुप ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2023 में किए गए 500 करोड़ रुपये के एमओयू के आधार पर पहले चरण में 200 करोड़ रुपये का निवेश करते हुए आमौसी इंडस्ट्रियल एरिया में यह प्लांट स्थापित किया है.


किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए फायदे
गामा रेडिएशन तकनीक के अलावा, पीओसीटी ग्रुप ने 400 से अधिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) का डिजिटलीकरण किया है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को अत्याधुनिक मेडिकल सुविधाएं मिल रही हैं. गामा रेडिएशन तकनीक के जरिए अनाज को सुरक्षित रखने की यह पहल किसानों को बड़ी राहत देने के साथ-साथ उनकी आय बढ़ाने में भी सहायक होगी. अब अनाज के सड़ने और खराब होने की समस्या बीते दिनों की बात हो सकती है.