Oral Disease: हम सभी जानते हैं कि सोने से पहले दांतों को ब्रश करना उतना ही जरूरी है जितना सुबह करना. हालांकि कई बार ऐसा होता है, जब रात में ब्रश नहीं करते हैं. अब एक नई रिपोर्ट सामने आई है, जिसके बाद से हम ओरल हेल्थ को हल्के में नहीं ले सकते. विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट से पता चला है कि दुनिया की लगभग 45 प्रतिशत आबादी (3.5 बिलियन लोग) ओरल हेल्थ यानि मुंह की बीमारी से पीड़ित हैं. हम निश्चित रूप से इन आंकड़ों का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं. तो, आज हम जानेंगे आम मौखिक बीमारियों और डेंटल हेल्थ में सुधार के तरीकों के बारे में.


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मुंह की बीमारियां
मुंह से बदबू आना एक सामान्य मुंह की बीमारियों का हिस्सा है. इसके अलावा, सांसों की बदबू, सेंसिटिव दांत, सड़े हुए दांत, टूटे हुए दांत सभी बीमारियों की लिस्ट का हिस्सा हैं. एक्सपर्ट के बताया कि मसूढ़े की बीमारी, टूटे दांत, एडेंटुलिज़्म (मुंह में नौ से कम दांत बचे हों), मलोक्लूजन और मुंह का कैंसर भी कुछ आम ओरल डिजीज का हिस्सा है.


मुंह की सेहत में सुधार कैसे करें?


  • डेंटल प्लेग को हटाने के लिए दांतों को दिन में दो बार अच्छी तरह से ब्रश करें. 

  • दांतों के डॉक्टर के पास जाना डरावना हो सकता है, लेकिन आपको साल में कम से कम एक बार जाना चाहिए, भले ही आपके पास नकली दांत हों.

  • किसी भी तम्बाकू उत्पादों का उपयोग न करें और यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ दें. इसके साथ ही, शराब या शराब से बनी ड्रिंक्स का कम मात्रा में सेवन करें.

  • यदि आपको डायबिटीज है, तो बीमारी पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए काम करें. इससे मसूड़ों की बीमारी सहित अन्य बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद मिलेगी. मसूड़ों की बीमारी का इलाज करने से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है. इसलिए, अगर आपको गंध या स्वाद में अचानक परिवर्तन महसूस हो तो डॉक्टर से तुरंत मिलें.


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