पैरासिटामॉल का अनोखा साइड इफेक्ट, दर्द कम करने के साथ बढ़ा सकता है रिस्क लेने की आदत
एसीटामिनोफेन (जिसे पेरासिटामोल के नाम से भी जाना जाता है) लोगों को जोखिम भरी एक्टिविटी के बारे में विचार करते समय कम नेगेटिव भावनाओं का अनुभव कराता है- वे उतना डर महसूस नहीं करते.
अमेरिका सहित दुनिया भर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दर्द निवारक दवा, केवल सिरदर्द को कम करने से कहीं ज्यादा काम करता है. एसीटामिनोफेन (जिसे पेरासिटामोल के नाम से भी जाना जाता है) यह जोखिम लेने की आदत को भी बढ़ा सकता है, जैसा कि 2020 के एक अध्ययन में पाया गया था, जिसने आम ओवर-द-काउंटर दवा के प्रभाव में लोगों के व्यवहार में बदलाव को मापा था.
ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के न्यूरो वैज्ञानिक बाल्डविन वे ने निष्कर्ष प्रकाशित होने पर बताया कि ऐसा लगता है कि एसिटामिनोफेन लोगों को जोखिम भरी एक्टिविटी के बारे में विचार करते समय कम नेगेटिव भावनाओं का अनुभव कराता है- वे उतना डर महसूस नहीं करते. अमेरिका में लगभग 25 प्रतिशत आबादी हर हफ्ते एसिटामिनोफेन लेती है, जिससे समाज पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है.
इस शोध ने उस बढ़ते शोध का सपोर्ट किया जो बताता है कि एसिटामिनोफेन का दर्द निवारक प्रभाव अलग-अलग मनोवैज्ञानिक प्रक्रियाओं तक भी फैलता है, लोगों की चोट लगने की सेंसिटिविटी को कम करता है, सहानुभूति कम करता है और यहां तक कि कॉग्निटिव फंक्शन को भी कमजोर करता है. इसी तरह, शोध बताता है कि जब लोग एसिटामिनोफेन लेते हैं तो खतरे को समझने और उनका मूल्यांकन करने की उनकी इमोशनल कैपेसिटी संभावित रूप से बदल या बाधित हो सकती है.
भले ही अभी के लिए यह प्रभाव मामूली माना जा सकता है और काल्पनिक भी, लेकिन इस पर ध्यान देना जरूरी है. खासकर इसलिए क्योंकि अमेरिका में एसीटामिनोफेन सबसे आम दवाओं में से एक है, जो 600 से ज्यादा तरह की बिना पर्चे वाली और डॉक्टर के पर्चे वाली दवाओं में पाया जाता है. 500 से ज्यादा यूनिवर्सिटी छात्रों को शामिल करते हुए कई प्रयोगों में वे और उनकी टीम ने जांच की कि कैसे 1000 मिलीग्राम की एसीटामिनोफेन की खुराक खतरा लेने के व्यवहार को प्रभावित करती है. कंट्रोल ग्रुप को निष्क्रिय पदार्थ (प्लेसीबो) दिया गया.
प्रत्येक प्रयोग में, प्रतिभागियों को कंप्यूटर स्क्रीन पर एक फूले हुए गुब्बारे को हवा भरनी थी, हर बार हवा भरने पर उन्हें काल्पनिक पैसा मिलता था. उन्हें ज्यादा से ज्यादा काल्पनिक पैसा कमाने के लिए निर्देश दिए गए थे, लेकिन साथ ही ये भी बताया गया था कि गुब्बारा फटने पर सारा पैसा खो जाएगा. नतीजों में पता चला कि एसीटामिनोफेन लेने वाले छात्रों ने कंट्रोल ग्रुप की तुलना में ज्यादा खतरा लिया. एसीटामिनोफेन लेने वालों ने गुब्बारे को ज्यादा फुलाया.