नई दिल्ली: मूली पेट और लिवर के लिए बड़ी गुणकारी मानी जाती है. यह शरीर से विषैले पदार्थों को निकालने का कार्य भी करती है. यह रक्त को शुद्ध करती है. पर वैज्ञानिकों का दावा है कि मूली (Radish) का रोजाना सेवन करने वालों का कैंसर (cancer) से अधिक बचाव होता है. यह दावा  द वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड (The World Cancer Research Fund) और अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च ने किया है.


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वैज्ञानिकों ने शोध के दौरान पाया कि मूली का रोजाना सेवन करने से लोगों के फ्री रैडिकल में कमी हो गई. इससे उनके फेफड़े और पेट के कैंसर होने का जोखिम काफी हद तक घट गया. मूली एक डिटॉक्सीफायर है. इसमें विटामिन सी (Vitamin-C), फोलिक और एंथ्रोसाइनिन होता है. जो कैंसर से लड़ने में मददगार तत्व है. 


द वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड और अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च के शोध में मूली में अच्छी मात्रा में ‘ग्लूकोसाइनोलेट’ और ‘आइसोथायोसाइनेट’ की उपलब्धता पाई गई. ये दोनों ही यौगिक न सिर्फ कैंसर कोशिकाओं के डेवलपमेंट को रोकती है बल्कि उनके खात्मे की प्रक्रिया को भी गति प्रदान करते हैं. मूली ‘सिनिग्रिन’ नाम के एक एंटीऑक्सीडेंट से भी लैस होती है. यह एंटीऑक्सीडेंट फ्री-रैडिकल के उत्पादन पर लगाम लगाने में अहम भूमिका निभाता है.


वैज्ञानिक एडम चैपमैन ने बताया कि फ्री-रैडिकल स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं. ये कोशिकाओं में अनियंत्रित विभाजन का भी सबब बनते हैं, जिससे ट्यूमर पनपने का खतरा बढ़ जाता है. 


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स्टडी में शामिल हुए 5000 लोगों में आधों की रोजमर्रा की डाइट में मूली शामिल की गई. वहीं अन्य को सामान्य खानपान जारी रखने की छूट की गई. चार महीने बाद नियमित रूप से मूली का सेवन करने वाले प्रतिभागियों में फ्री-रैडिकल के उत्पादन में भारी कमी देखी गई. इससे उनके  फेफड़े और पेट के कैंसर का शिकार होने का जोखिम भी काफी हट तक घट गया.


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(नोट: कोई भी उपाय करने से पहले डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें)


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