मेडिटेशन के बारे में हर व्यक्ति जानता है। तनाव व अवसाद कम करके मानसिक शांति बढ़ाने में इसके योगदान व अन्य फायदों के बारे में भी अधिकतर लोगों को पता है। लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत यह आती है कि लोगों को इसे करने का तरीका नहीं आता है। इसके अलावा कुछ लोगों को लगता है कि इसे करने के लिए आपको काफी ज्यादा समय चाहिए और यह एक जटिल प्रक्रिया है। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। आपको बता दें कि मेडिटेशन करने या ध्यान लगाने के कई तरीके होते हैं, जिन्हें करने में समय भी अलग-अलग लगता है। लेकिन इस आर्टिकल में आपको मेडिटेशन करने के सबसे आसान और छोटे तरीके के बारे में जानने को मिलेगा। देश के मशहूर जीवनशैली विशेषज्ञ और होम्योपैथी के पूर्व सहायक प्रोफेसर डॉ. एच के खरबंदा ने हमारे साथ यह महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।


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मेडिटेशन क्या है? जानें एक्सपर्ट की राय
जीवनशैली विशेषज्ञ डॉ. एच के खरबंदा का कहना है कि, मेडिटेशन का मूल मतलब विचार रहित दिमाग (Brain without Thought) होता है। इसके अलावा जब हम अपने मन का जिक्र करते हैं, तो उससे हमारा मतलब हमारे विचारों से होता है। विचारों को महसूस करने से निकलने वाला भाव ही मन कहलाता है। जब विचार खत्म हो जाते हैं, तो उसे मेडिटेशन कहा जाता है। डॉ. खरबंदा आगे कहते हैं कि, मगर धरती पर किसी व्यक्ति का दिमाग विचार रहित होना असंभव-सा है। लेकिन सामान्य इंसान इसके सबसे पास की स्थिति को हासिल कर सकता है। जिसे ब्रेन विद सिंगल थॉट (Brain with single thought) कहा जाता है, इसका मतलब आपके दिमाग में सिर्फ एक ही विचार का होना होता है। मेडिटेशन के लिए ब्रह्म मुहूर्त यानी सुबह 3.30 बजे से लेकर 7 बजे तक का समय सबसे ज्यादा लाभदायक होता है।


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मेडिटेशन का सबसे आसान और छोटा तरीका क्या है?
मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, मधुमेह, थायरॉइड जैसी जीवनशैली संबंधित समस्याओं को लाइफस्टाइल में बदलाव करवाकर रिवर्स करने में महारत प्राप्त कर चुके डॉ. खरबंदा ने बताया कि, मेडिटेशन का सबसे आसान और छोटा तरीका अपनी मनपसंद चीज, व्यक्ति या विचार पर ध्यानकेंद्रित करना है। चाहे वह आपका पसंदीदा फूल हो, चाहे आपका प्रेमी या प्रेमिका हो या फिर आपका अपना ईश्वर हो। ध्यान लगाने का सबसे छोटा और आसान तरीका अपनाने के लिए नीचे लिखी प्रक्रिया अपनाएं।


  1. सबसे पहले आप नित्कर्म से फ्री होकर शांति व आरामदायक जगह पर बैठ जाएं।

  2. अब कुछ गहरी और लंबी सांस लीजिए।

  3. इसके बाद अपने प्रिय विचार, व्यक्ति या भगवान पर ध्यानकेंद्रित करने की कोशिश करें।

  4. शुरुआत में हो सकता है कि आपके मनपसंद विचार के अलावा भी दिमाग में विचार आने लगें।

  5. इससे आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। धीरे-धीरे आप इन विचारों पर काबू पा लेंगे।

  6. दूसरे अनचाहे विचारों से अपना ध्यान बार-बार अपने मनपसंदीदा व्यक्ति या भाव पर लाएं।

  7. यही मेडिटेशन का सबसे आसान और छोटा तरीका है।


यहां दी गई पूरी जानकारी एक्सपर्ट की व्यक्तिगत राय है। बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए आप भी एक्सपर्ट की मदद ले सकते हैं।