Facewash vs soap: शरीर की सुंदरता में चेहरे का सबसे बड़ा योगदान होता है. चेहरे को साफ और सुंदर बनाए रखने के लिए रोजाना धोना जरूरी है. भारत में मुंह धोने के लिए सबसे ज्यादा फेसवॉश और साबुन का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दोनों में से सबसे सुरक्षित और फायदेमंद कौन-सा उत्पाद है?


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साबुन और फेसवॉश का स्किन पर असर: चेहरे के लिए साबुन या फेसवॉश में से बेहतर खोजने के लिए आपको इन दोनों का स्किन पर असर जानना पड़ेगा. चलिए जानते हैं.


साबुन का असर
सामान्य साबुन का पीएच लेवल 9-10 के बीच होता है. यह पीएच लेवल स्किन के पीएच लेवल से काफी अधिक होता है. पीएच स्किन के एसिडिक या अल्कलाइन होने का पैमाना है. सामान्य स्किन का पीएच लेवल 5.5 होता है. साबुन का पीएच लेवल अधिक होने के कारण यह स्किन से मॉइश्चर छीन लेता है और स्किन को रूखा बना देता है. इससे स्किन पर खुजली, जलन और रैशेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं.


फेसवॉश का असर
फेसवॉश का पीएच लेवल 5-6 के बीच होता है. यह स्किन के पीएच लेवल के करीब होता है. इसलिए फेसवॉश स्किन से मॉइश्चर नहीं छीनता है और स्किन को रूखा नहीं बनाता है. इसके अलावा, फेसवॉश में कई तरह के पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो स्किन को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.


साबुन और फेसवॉश में से कौन-सा है बेहतर?
साबुन और फेसवॉश के प्रभावों को देखते हुए कहा जा सकता है कि फेसवॉश चेहरे के लिए बेहतर है. फेसवॉश स्किन को साफ करने के साथ-साथ मॉइश्चर भी बरकरार रखता है. वहीं, साबुन स्किन से मॉइश्चर छीन लेता है और स्किन को रूखा बना देता है.


साबुन का इस्तेमाल कैसे करें?
अगर आप साबुन का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो चेहरे के लिए बनी साबुन का इस्तेमाल करें. चेहरे के लिए बनी साबुन में स्किन को नुकसान नहीं पहुंचाने वाले तत्व होते हैं. इसके अलावा, साबुन का इस्तेमाल करने के बाद चेहरे को मॉइश्चराइज करना न भूलें.