हर व्यक्ति की एक अलग-अलग चलने और बोलने की गति होती है. कुछ लोग तेज चलते हैं और तेज बात करते हैं, जबकि कुछ लोग धीरे चलते हैं और धीरे ही बात करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि धीमी गति से बोलना एक गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है? यह बीमारी इतनी गंभीर है कि यह जानलेवा भी हो सकती है.


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डिप्रेशन एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति की बोलने की गति काफी धीमी हो जाती है और वह दबी आवाज में बात करने लगता है। इसके अलावा, डिप्रेशन में व्यक्ति को अन्य लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे-  खालीपन की भावना, उदासी, नींद की कमी या बहुत अधिक नींद आना, भूख की कमी या बहुत अधिक भूख लगना, चिंता, रुचि की कमी, आत्महत्या के विचार, सिरदर्द या बिना कारण पीठ दर्द. यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जिसकी बोलने की गति अचानक से धीमी हो गई है, तो उसे डिप्रेशन होने की संभावना है. ऐसे व्यक्ति को डॉक्टर से दिखाना महत्वपूर्ण है ताकि उन्हें उचित उपचार मिल सके.


डिप्रेशन को कैसे दूर करें?
दवा: एंटीडिप्रेसेंट दवाएं डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं.
थेरेपी: मनोचिकित्सा डिप्रेशन के कारणों को समझने और इससे निपटने के लिए स्वस्थ तरीके विकसित करने में मदद कर सकती है.
जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं.


यदि आप डिप्रेशन से जूझ रहे हैं, तो मदद लेना महत्वपूर्ण है. एक चिकित्सक या मनोचिकित्सक आपको यह निर्धारित करने में मदद कर सकता है कि आपके लिए सबसे अच्छा उपचार क्या है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.