चिलचिलाती गर्मी और लू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में गाड़ी चलाते समय ठंडी हवा के लिए एसी चालू करना ही मानो मजबूरी बन गई है. गाड़ी में बैठते ही एसी की ठंडी हवा का बुलावा हर किसी को आता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप इस ठंडी हवा के सहारे अनजाने में अपने फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं? 


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तेज गर्मी से राहत पाने के लिए जल्दबाजी में एसी चालू करने की आदत आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि गाड़ी में बैठते ही एसी चालू करने की आदत क्यों नहीं डालनी चाहिए और इसकी जगह आप क्या कर सकते हैं?


बेंगलुरु के आस्टर व्हाइटफील्ड अस्पताल में इंटरनल मेडिसिन कंसल्टेंट डॉ. बसवराज एस. कुम्भार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जब आप अपनी कार को बाहर धूप में खड़ी करते हैं और थोड़ी देर बाद उसमें बैठते हैं, तो गर्मी से बचने के लिए आप तुरंत एयर कंडीशनर चालू कर देते हैं. लेकिन एक डॉक्टर के तौर पर मैं ऐसा करने की सलाह नहीं दूंगा. आपकी कार के अंदर का तापमान आपके फेफड़ों (और शरीर) के सामान्य तापमान से अधिक होता है और इससे आपके फेफड़े सूख सकते हैं.


ड्राई होती है कार की हवा
उन्होंने बताया कि कार के अंदर की हवा न केवल ड्राई होती है बल्कि धूल से भी भरी होती है. अगर एसी वेंट को नियमित रूप से साफ न किया जाए, तो धूल जमा होने की संभावना बढ़ जाती है और जब आप गाड़ी में बैठते हैं, तो आपको एक तेज गंध आ सकती है. ऐसी दूषित हवा के लंबे समय तक संपर्क में रहने से छींक आना, एलर्जी, नाक और गले में सूखापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं और लंबे समय में अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं.


क्या करें?
डॉ. बसवराज ने सलाह दी कि कार में बैठने के बाद गाड़ी के शीशे नीचे करें और तापमान को सामान्य होने दें, करीब 5 मिनट रुकें. फिर AC चालू करें. उन्होंने बताया कि गाड़ी के अंदर हवा की क्वालिटी इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप किस ब्रांड की कार का इस्तेमाल कर रहे हैं. प्रीमियम गाड़ियों में क्लीनर वेंट और डस्ट रिपेलेंट टेक्नोलॉजी होती है, हालांकि रेगुलर मॉडल में एयर कंडीशनर चालू करने पर कैमिकल के निकलने का खतरा रहता है.