Mental Stress on Valentine's Day: आज प्रेमी जोड़ों का दिन यानी वैलेंटाइन डे. इसे दुनिया भर में बड़े पैमाने पर मनाया जाता है. इस प्यार भर त्योहार की शुरुआत एक हफ्ते पहले ही हो जाती है. 7 फरवरी से शुरू हुए वैलेंटाइन वीक में हर अलग-अलग दिन रोज़ डे, प्रपोज डे, चॉकलेट डे, टेडी डे, हग डे, प्रॉमिस डे किस डे मनाया जाता है. वैलेंटाइन डे पर बड़े ही नहीं, बल्कि बच्चे भी खूब इंजॉय करते हैं. हर साल जैसे-जैसे इस दिन का क्रेज बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर दबाव और तनाव भी बढ़ रहा है. आइए जानें कि प्यार और रोमांस का यह दिन हमें कैसे नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रिलेशनशिप को बॉलीवुड की कहानियों से तुलना करना
कुछ लोग बॉलीवुड की कहानियों से प्रेरित होकर अपने रिश्तों के बाद में अवास्तविक विचार रखते हैं. जब उनका दिन या उनका रिश्ता वैसा नहीं होता जैसा वो चाहते हैं तो वो उदास महसूस कर सकते हैं. यह दिन सिंगल महिलाओं के लिए विशेष रूप से तनावपूर्ण होता है क्योंकि ऐसा लगता है कि पुरुष के बिना उनका जीवन अधूरा है.


भव्य सेलिब्रेशन
ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो वैलेंटाइन डे पर पुरुषों की तरफ से काफी उम्मीदें लगाई जाती हैं. ग्रैंड सेलिब्रेशन और अपने प्यार का इजहार करने के लिए वो अपने रास्ते से भटक जाते हैं. इससे उन पर इमोशनल और आर्थिक दोनों तरह का दबाव बनता है. लोगों के पास महंगे उपहार खरीदने की क्षमता नहीं हो सकती है. वहीं, कुछ लोग दबाव महसूस करने के बाद काफी पैसा खर्च कर देते है, जिससे उनका मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ आर्थिक रूप से भी हानिकारक साबित हो सकता है. यह फालतू खर्च है जिससे बचा जा सकता है.


सिंगल होने पर एंग्जाइटी और डिप्रेशन
अगर आप सिंगल हैं तो आपके लिए वैलेंटाइन डे सबसे खराब दिन है. ये दिन संभवतः चिंता, अकेलेपन की भावनाओं को बढ़ा सकता है. इससे आप डिप्रेशन का शिकार भी हो सकते हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे.