सिरदर्द एक आम समस्या है। हालांकि, कई बार यह काफी तकलीफ और असहजता का कारण बन सकती है। दरअसल, गर्दन या सिर के ऊपरी हिस्से में होने वाले दर्द को सिरदर्द कहा जाता है। जो कि मस्तिष्क को घेरे रखने वाले टिश्यू और स्ट्रक्चर में दर्द होने के कारण होता है। सिरदर्द की गंभीरता हल्के से लेकर तेज तक हो सकती है। इसके अलावा यह थोड़े से समय से लेकर काफी देर तक हो सकता है।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सिरदर्द क्या है?
सिर में टिश्यूज की पहली परत को पेरीओस्टेम कहा जाता है। जो कि सिर की हड्डियों और मसल्स को घेरे रखती है। इसके साथ ही यह परत रीढ़ की हड्डी और नसों के ऊपर भी घिरी रहती है। इसी परत में सूजन या गड़बड़ होने के कारण सिरदर्द होता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि सिरदर्द के लगभग 150 प्रकार होते हैं। लेकिन इसमें से कुछ प्रकार ही मुख्य होते हैं। आइए इनके बारे में जान लेते हैं।


ये भी पढ़ें: Cough: क्या खांसी एक बीमारी है? जानें खांसी के कारण, लक्षण और इलाज


सिरदर्द के मुख्य प्रकार (Types of Headache)


  1. माइग्रेन सिरदर्द- माइग्रेन का दर्द गंभीर, तेज और दर्दनाक साबित होता है। आमतौर पर यह दर्द किसी रोशनी, शोर या गंध के प्रति संवेदनशीलता के कारण होता है। इसके कारण उल्टी, चक्कर, बुखार, पेट दर्द, दिखने में परेशानी व जी मिचलाना जैसी समस्या भी हो सकती है।

  2. टेंशन सिरदर्द- इस प्रकार का दर्द सबसे आम सिरदर्द होता है। जो कि हल्के से लेकर थोड़ा तेज हो सकता है। आमतौर पर यह दर्द तनाव या थकान के कारण हो सकता है।

  3. क्लस्टर सिरदर्द- किसी एक आंख के आसपास तेज दर्द व जलन जैसा महसूस होने पर क्लस्टर सिरदर्द कहा जाता है। इसके साथ ही इसमें आंख लाल या उसकी पुतली छोटी हो सकती है।


अन्य प्रकार के सिरदर्द


  • साइनस

  • क्रोनिक डेली हेडएक

  • पोस्टट्रॉमेटिक सिरदर्द

  • रिबाउंड सिरदर्द

  • एक्सरसाइज सिरदर्द

  • हॉर्मोन सिरदर्द

  • हेमीक्रानिया कॉन्टिनुआ

  • स्पाइनल सिरदर्द

  • न्यू डेली पर्सिस्टेंट सिरदर्द

  • थंडरक्लैप सिरदर्द

  • आइस पिक सिरदर्द, आदि


ये भी पढ़ें: कैसे पहचाने सिरदर्द है या माइग्रेन का दर्द?, जानिए इसके लक्षण और कारण


सिरदर्द के लक्षण (Symptoms of Headache)
सिरदर्द के लक्षण उसके प्रकार पर निर्भर करते हैं। जैसे-


  1. साइनस के सिरदर्द में चेहरे पर एक स्थिर दर्द महसूस होता है। यह चीकबोन्स से लेकर माथे तक हो सकता है।

  2. माइग्रेन सिरदर्द में सिर के एक तरफ दर्द हो सकता है। जिसके साथ उल्टी या जी मिचलाना जैसी समस्या भी हो सकती है और भूख न लगना, थकान, बुखार और दिखने में दिक्कत हो सकती है।

  3. टेंशन सिरदर्द में सिर के चारों तरफ दर्द महसूस होता है।

  4. क्लस्टर सिरदर्द में सिर की एक तरफ तेज दर्द, एक आंख के आसपास दर्द, रात के समय दर्द हो सकता है।


सिरदर्द के कारण (Causes of Symptoms)
सिरदर्द के पीछे निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे-


  • मस्तिष्क में केमिकल रिएक्शन होना

  • ओवर एक्टिविटी

  • ब्रेन ट्यूमर

  • ब्लड क्लॉट

  • एल्कोहॉल हैंगओवर

  • डिहाइड्रेशन

  • इंफ्लूएंजा

  • पैनिक अटैक

  • स्ट्रोक

  • कुछ दवाओं का सेवन

  • ब्रेन फ्रीज होना

  • गंभीर बीमारी

  • स्ट्रेस

  • जेनेटिक्स

  • आसपास का वातावरण, आदि


ये भी पढ़ें: White Fungus: ब्लैक फंगस से क्यों ज्यादा खतरनाक है व्हाइट फंगस? जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज


सिरदर्द की जांच
अगर आपको सिरदर्द के साथ अचानक चक्कर आना, बुखार, चेहरे का सुन्न होना, एक तरफ के हाथ या पैर में कमजोरी या भ्रम की स्थिति होती है, तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। जिसके बाद वह आपका फिजीकल एग्जामिनेशन कर सकता है। इसके साथ वह सीटी स्कैन, कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट, स्कल एक्सरे, साइनस एक्सरे या एमआरआई करवाने की सलाह भी दे सकता है।


सिरदर्द का इलाज
सिरदर्द का इलाज करने के लिए डॉक्टर उसके पीछे के कारणों को जांचता है। आम सिरदर्द का इलाज करने के लिए चिकित्सक Ibuprofen, Aspirin जैसी ओटीसी दवाओं का सेवन करने की सलाह दे सकता है। इसके साथ ही एक्यूपंक्चर, स्ट्रेस मैनेजमेंट ट्रेनिंग, बायोफीडबैक, हॉट शॉवर, कॉगनेटिव बिहेवियरल थेरेपी, एक्सरसाइज आदि की मदद से भी इसको कंट्रोल किया जा सकता है। यदि सिरदर्द किसी गंभीर या विशेष बीमारी के कारण हो रहा है, तो डॉक्टर पहले उस बीमारी का उपचार करने की कोशिश करता है।


यहां दई गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। हर समस्या के लिए अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।