रक्तदान को महादान कहा जाता है. इसके लिए लोगों को जागरूक और प्रोत्साहित करने के लिए हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे (World Blood Donor Day) के तौर पर मनाया जाता है. इकोनॉमिक्स टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल हमारे देश में हर दिन 12000 लोग वक्त पर खून न मिल पाने के कारण अपनी जिंदगी गवा देते हैं.

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ऐसे में ब्लड डोनेट करके आप किसी की जान बचा सकते हैं. लेकिन शराब पीने के बाद यह साहसी काम करने विचार मन में ना लाएं. ऐसा क्यों है इस लेख में आप डॉ. मीत कुमार, क्लिनिकल डायरेक्टर, हेमेटोलॉजी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट, मारेंगो एशिया अस्पताल, गुरुग्राम से जान सकते हैं.


होश में ना होने से गलत हो सकती है जानकारी

शराब का सेवन करने से आपकी सोचने-समझने की क्षमता कमजोर हो जाती है. रक्तदान से पहले जांच प्रक्रिया में आपके स्वास्थ्य की जानकारी ली जाती है. अगर आप नशे में हैं, तो सही जवाब देने में परेशानी हो सकती है. गलत जानकारी देने से आपको या मरीज को संक्रमण या अन्य जटिलताओं का खतरा बढ़ सकता है.


डिहाइड्रेशन की समस्या

शराब शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) पैदा करता है. रक्तदान के दौरान पर्याप्त मात्रा में हाइड्रेटेड रहना जरूरी है. डिहाइड्रेशन से चक्कर आना, बेहोशी या अन्य तकलीफ हो सकती हैं.


रक्त की गुणवत्ता प्रभावित होती है

शराब की मात्रा से रक्त की गुणवत्ता प्रभावित होती है. शराब युक्त रक्त, खासकर कमजोर इम्यूनिटी वाले या गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए नुकसानदेह हो सकता है. यह रक्त संक्रमण का खतरा बढ़ा सकता है.


डोनर के स्वास्थ्य को खतरा

शराब के साथ रक्तदान करने से शरीर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. शराब को पचाने में पहले से ही व्यस्त शरीर को रक्तदान के लिए खुद को तैयार करना मुश्किल हो जाता है. इससे हृदय और अन्य अंगों पर दबाव बढ़ सकता है, जो आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है.


सही फैसला करें, जीवन बचाएं

रक्तदान करने से पहले शराब का सेवन ना करें. स्वस्थ रहकर ही आप दूसरों की जिंदगी बचा सकते हैं. शराब पीने के बाद रक्तदान के लिए कम से कम 12 घंटे का इंतजार करें और पूरा हाइड्रेटेड रहें.