Heart Attack In Women: महिलाओं को क्यों आते हैं ज्यादा हार्ट अटैक? इसके पीछे कहीं ये 6 कारण तो नहीं
Heart attack: एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने की दर बढ़ रही है. भारत सहित 50 देशों के पंद्रह अध्ययनों के नतीजों के आधार पर यह दावा किया गया.
Causes of heart attack in women: एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने की दर बढ़ रही है. भारत सहित 50 देशों के पंद्रह अध्ययनों के नतीजों के आधार पर यह दावा किया गया. शोधकर्ताओं ने बताया कि महिलाओं में उल्टी, जबड़े में दर्द और पेट दर्द जैसे लक्षण सीने में दर्द का परिणाम है. जब इन लक्षणों को डॉक्टर या मरीज अनदेखा कर देते हैं, तो उपचार में देरी हो जाती है.
रिपोर्ट में कहा गया कि दिल से जुड़ी समस्याओं का पता चलने और इलाज करने पर महिलाओं को बदतर परिणाम भुगतने पड़ते हैं. अध्ययन में 23 लाख से अधिक लोगों के अनुभवों को शामिल किया गया. आपको बता दें कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को हार्ट अटैक आने के कई कारण हो सकते हैं. आइए जानते हैं क्या?
हार्मोनल परिवर्तन: महिलाओं में हार्मोन के स्तर में होने वाले परिवर्तन दिल की बीमारी के खतरे को बढ़ा सकते हैं. उदाहरण के लिए, मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन के लेवल में कमी आने से दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है.
वजन बढ़ना: मोटापा दिल की बीमारी के सबसे महत्वपूर्ण रिस्क फैक्टर में से एक है. पुरुषों की तुलना में महिलाओं में मोटापा दिल की बीमारी के खतरे को और भी अधिक बढ़ा सकता है.
डायबिटीज: डायबिटीज भी दिल की बीमारी का एक प्रमुख रिस्क फैक्टर है. महिलाओं में डायबिटीज होने पर पुरुषों की तुलना में दिल की बीमारी का खतरा अधिक होता है.
ब्लड प्रेशर: हाई ब्लड प्रेशर दिल की बीमारी का एक अन्य प्रमुख रिस्क फैक्टर है. महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर होने पर पुरुषों की तुलना में दिल की बीमारी का खतरा अधिक होता है.
धूम्रपान: धूम्रपान करने से दिल की बीमारी का खतरा कई हद तक बढ़ जाता है. पुरुषों की तुलना में महिलाएं अगर धूम्रपान करती हैं तो हार्ट अटैक का खतरा अधिक हो जाता है.
पारिवारिक इतिहास: यदि किसी महिला के परिवार में किसी को दिल की बीमारी है, तो उसे भी दिल की बीमारी का खतरा अधिक होता है.
दिल का दौरा पड़ने से पहले महिलाओं को महसूस हो सकते हैं ये संकेत
सीने में दर्द या बेचैनी
ऊपरी पीठ या गर्दन में दर्द
अपच, सीने में जलन
मतली या उल्टी
अत्यधिक थकान
चक्कर आना
सांस की तकलीफ
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.