50 की उम्र के बाद शरीर में कई तरह के बदलाव आने शुरू हो जाते हैं. मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं, जोड़ों में दर्द होता है और कई बार थकान भी महसूस होती है. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, योग इस उम्र में भी आपके माता-पिता को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है.


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योग के फायदे



 


50 के बाद कौन से योगासन करने चाहिए?


 


1. सूर्य नमस्कार: सूर्य नमस्कार पूरे शरीर को फायदा पहुंचाने वाला एक बेहतरीन योगासन है. यह शरीर को लचीला बनाता है और रक्त संचार को बेहतर करता है.


2. त्रिकोणासन: त्रिकोणासन शरीर को मजबूत बनाने और संतुलन बेहतर बनाने में मदद करता है. यह कंधों और पीठ के दर्द को कम करने में भी मदद करता है.


3. वृक्षासन: वृक्षासन संतुलन और एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है. यह पैरों और कोर मांसपेशियों को मजबूत बनाता है.


4. भुजंगासन: भुजंगासन पीठ के निचले हिस्से को मजबूत बनाने और लचीला बनाने में मदद करता है. यह पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करता है.


5. शवासन: शवासन शरीर को आराम देने और तनाव को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है.


6. पादहस्तासन: पादहस्तासन पीठ के दर्द को कम करने और लचीलापन बढ़ाने में मदद करता है.


 


कैसे करें योग?


  • एक योग शिक्षक से सीखें: शुरुआत में एक योग शिक्षक से सीखना बेहतर होता है ताकि आसन सही तरीके से किए जा सकें.

  • ध्यान दें: योग करते समय अपने शरीर पर ध्यान दें और किसी भी तरह का दर्द महसूस होने पर आसन करना बंद कर दें.

  • रोजाना करें: योग का अधिकतम लाभ पाने के लिए इसे रोजाना करें.

  • डॉक्टर की सलाह लें: किसी भी बीमारी से पीड़ित होने पर योग शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


 


योग 50 की उम्र के बाद भी एक स्वस्थ जीवन जीने का एक शानदार तरीका है. यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है. इसलिए आज ही अपने माता-पिता को योग करना शुरू करने के लिए प्रेरित करें.


 


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.