Naxal Attack in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बुधवार को हुए नक्सली हमले में 10 जवान और एक ड्राइवर समेत 11 लोग शहीद हो गए हैं. ये 10 जवान डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के थे. इसके अलावा एक ड्राइवर भी मारा गया है. अरनपुर में इस नक्सली हमले के बाद सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है. ये जवान गश्त करने के बाद वापस लौट रहे थे, जिसके बाद नक्सलियों ने IED से वाहन को उड़ा दिया. घटना के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. हमारी नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई अंतिम दौर में है. नक्सलवाद को योजनाबद्ध तरीके से जड़ से खत्म किया जाएगा. पीएम मोदी ने इस घटना पर दुख जताया है. ट्वीट में उन्होंने लिखा, दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ पुलिस पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हम हमले में शहीद हुए बहादुर जवानों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं।


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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना पर ट्वीट में कहा, दंतेवाड़ा के थाना अरनपुर क्षेत्र के तहत माओवादी कैडर की मौजूदगी की सूचना पर नक्सल विरोधी अभियान के लिए पहुंचे डीआरजी बल पर आईईडी विस्फोट से हमारे 10 डीआरजी जवान और एक ड्राइवर के शहीद होने का समाचार बेहद दुखद है. हम सब प्रदेशवासी उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. उनके परिवारों के साथ दुःख में हम सब साझेदार हैं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. घटना के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम भूपेश बघेल से फोन पर बात की है. उन्होंने केंद्र की तरफ से राज्य को हर संभव मदद का भरोसा दिया है.


दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने बघेल पर हमला बोला. उन्होंने कहा, जब भी कोई हमला होता है तो बघेल यही बात कहते हैं लेकिन उन्होंने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है. रमन सिंह ने कहा, जब तक राज्यों संग कॉर्डिनेट करके नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन नहीं चलाया जाएगा, तब तक यह समस्या बनी रहेगी.





जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों से निपटने के लिए अतिरिक्त फोर्स को बुला लिया गया है. सरकार के 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में 8 ऐसे राज्य हैं, जो नक्सल प्रभावित हैं. ये राज्य हैं-दंतेवाड़ा, बस्तर, सुकमा, बीजापुर, कांकेर, नारायणपुर, राजनंदगांव और कोंडागांव. अप्रैल 2021 में गृह मंत्रालय ने लोकसभा में बताया था कि साल 2011 से लेकर 2020 तक यानी 10 साल में छत्तीसगढ़ में 3 हजार 722 नक्सली हमले हुए हैं, जिसमें 489 जवान शहीद हुए.