15 August Speech Idea: 15 अगस्त को भारत देश अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. स्वतंत्रता दिवस पर स्कूल/कॉलेज/ऑफिस सहित कई जगहों पर कार्यक्रम आयोजित होते हैं. अगर आप स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देना चाहते हैं, तो इसकी तैयारी जरूर करें. स्पीच कुछ इस तरह से तैयार करें कि सुनने वाले आपसे प्रभावित हो जाएं. इसके लिए सबसे पहले आपको स्पीच लिखने के फॉर्मेट, स्पीच का विषय, शुरुआत और उसका समापन किस तरह से करना है यह जरूर जान लेना चाहिए. 


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स्पीच लिखने से पहले तैयार करें फॉर्मेट


किसी भी स्पीच की शुरुआत करने से पहले उसके विषय को जरूर ध्यान में रखें. दरअसल स्पीच लिखने से पहले आपको एक विषय निर्धारित करना होगा, जिस पर आपको स्पीच लिखनी है. विषय स्पष्ट होने के बाद आप जहां स्पीच देने जा रहे हैं, वहां के मुख्य अतिथि और मंच पर बैठे लोगों के सम्मान में कुछ शब्द लिखें. जैसे कि माननीय मुख्य अतिथि, सम्मानित मंच आदि.



कविता की लाइन या पावरफुल कोट से करें शुरुआत


स्पीच लिखने के लिए हमेशा याद रखें कि भाषण की शुरुआत किसी कविता की लाइन या फिर किसी स्वतंत्रता सेनानी के पावरफुल कोट से होनी चाहिए. इससे दर्शक आपकी तरफ आकर्षित होंगे और उनका ध्यान आपकी तरफ केंद्रित होगा. वहीं इसके बाद जो विषय आपने चुना है, उसके बारे में थोड़ा परिचय भी लिखें, जिससे दर्शक यह जान सकें कि आप किस विषय पर बोलना चाहते हैं.


मुख्य जानकारियां शामिल करें


स्पीच की शुरुआत होने के बाद अपनी स्पीच में केवल मुख्य जानकारी को ही शामिल करें. हमेशा याद रखें कि अगर स्पीच लंबी होगी और उसमें कोई भी फैक्ट नहीं होंगे, तो दर्शक बोर होने लगेंगे. इसलिए हमेशा तथ्यपूर्वक जानकारी ही अपनी स्पीच में शामिल करें. स्पीच को लंबी करने से बचें. 



स्पीच बोलने के दौरान बरतें ये सावधानियां 


स्पीच लिखने के बाद मंच से उसे बोलने के दौरान कुछ सावधानियां आपको जरूर बरतनी चाहिए. जो कि इस प्रकार हैं -


स्पीच याद करें - सबसे पहले जो स्पीच आपने लिखी है, उसे शीशे के सामने बार बार पढ़ें और उसे तब तक पढ़ें जब तक कि वो आपको पूरी याद नहीं हो जाती, क्योंकि पढ़कर बोलने से दर्शकों पर आपका प्रभाव अच्छा नहीं पड़ेगा और आप भी दर्शकों से खुद को पूरी तरह कनेक्ट नहीं कर पाएंगे.


आई कॉन्टेक्ट - स्पीच देते समय अपने दर्शकों से आई कॉन्टेक्ट जरूर बनाकर रखें, जिससे दर्शक आपको ध्यानपूर्वक सुनेंगे और आपसे प्रभावित होंगे. 


समापन - स्पीच की शुरुआत जिस प्रकार से कविता की लाइंस या पावरफुल कोट से की थी, उसी प्रकार ही स्पीच का समापन भी देशभक्ति पंक्ति या कोट से करें, इससे दर्शक ताली तो बजाएंगे ही साथ ही आपकी स्पीच की प्रशंसा भी करेंगे.