चुनाव आयोग में जितने अधिकारी गए हैं, सब यूपी से गए हैं और चुनाव भी यहीं है: अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर चुनाव आयोग के खिलाफ धरना देना पड़ा तो हम चुनाव आयोग के बाहर धरने पर बैठ जाएंगे. हम उम्मीद करते हैं कि चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम करेगा.
लखनऊ: Uttar Pradesh के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष Akhilesh Yadav ने सीएम Yogi Adityanath पर हमला बोला. अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी पावर प्लांट का नाम तो ले नहीं पाएंगे, वो सस्ती बिजली क्या देंगे?
अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से की ये मांग
अखिलेश यादव ने कहा कि मतदाता सूची में 21 लाख 56 हजार 262 नाम जोड़े गए हैं और 16 लाख 42 हजार 756 नाम काटे गए हैं. जो नाम काटे गए और जोड़े गए उन नामों की सूची जारी की जाती है. लेकिन इस बार चुनाव आयोग ना जाने किसके दबाव में ये सूची जारी नहीं कर रहा है. अगर चुनाव आयोग ने ये सूची नहीं जारी की तो हम चुनाव आयोग के खिलाफ धरना भी देंगे. हर चुनाव में मतदाता सूची में जोड़े गए और काटे गए नामों की लिस्ट दी गई. ये लिस्ट 2019 तक दी गई. लेकिन इस बार क्यों नहीं दी जा रही है?
ये भी पढ़ें- देवेंद्र फडणवीस का बड़ा खुलासा, दिए नवाब मलिक और दाऊद इब्राहिम के कनेक्शन के सबूत
क्यों नहीं दी जा रही मतदाता सूची- अखिलेश यादव
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीतिक दलों को ये मतदाता सूची क्यों नहीं दी जा रही है? क्या कारण है? अगर चुनाव आयोग के खिलाफ धरना देना पड़ा तो हम चुनाव आयोग के बाहर धरने पर बैठ जाएंगे. चुनाव आयोग में दिल्ली में जितने अधिकारी गए हैं सब यूपी से गए हैं. यूपी में ही चुनाव है. हम उम्मीद करते हैं कि चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम करेगा. हमें ये जानकारी क्यों नहीं दी जा रही है किसके नाम काटे गए और किसके नाम जोड़े गए?
सीएम योगी ने बोला झूठ- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी का भाषण सुनिए, उनसे पूछिए कि उन्होंने कितना बड़ा झूठ बोला कि पुरानी सरकार न सड़क बना रही थी, न बिजली बना रही थी, न अस्पताल दे रही थी और न इलाज दे रही थी. अरे ऐसे मुख्यमंत्री जो बिजली प्लांट का नाम नहीं ले पा रहे वो सस्ती बिजली क्या देंगे?
ये भी पढ़ें- कैराना के हिंदुओं का दर्द! जानिए योगी सरकार आने के बाद क्या-क्या बदला
उन्होंने आगे कहा कि जो आबादी को नहीं गिन पाएं, पिछड़ों का न गिनें वो क्या पिछड़ों का सम्मान करेंगे? असली सवाल ये है. उसी हेलीकॉप्टर से निकल जाते हैं जिसको समाजवादियों ने सरकार में खरीदा था. कानपुर में किसने मेट्रो दी थी कानपुर के लोग जानते हैं. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में एक भी नया प्रोजेक्ट स्वीकृत नहीं किया गया, सारे हमारी सरकार के हैं.
LIVE TV