DNA: अखिलेश यादव का मानसून ऑफर, आखिर किसकी तरफ है इशारा
UP Politics: समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का मन अब भी मानने को तैयार नहीं है. उन्हें लग रहा है कि योगी और मौर्य के बीच कुछ तो ऐसा ज़रूर होगा, जो उन्हें चुनावी फ़ायदा देगा. वैसे अखिलेश के एक और मॉनसून ऑफर की भी चर्चा है.
Akhilesh Yadav: यूपी की हार से ही जुड़ी ख़बर CM योगी और डिप्टी CM मौर्य की है. ..हांलाकि अब संकेत मिल चुके हैं कि योगी आदित्यनाथ ही CM रहेंगे, और केशव मौर्य को हो सकता है फिर से यूपी का संगठन संभालने को कहा जाए. लेकिन राजनीति में भाषणों और बयानों के साथ आजकल मौज लेने की परंपरा भी खूब चल रही है. यूपी में सबसे ज़्यादा सीटें जीतने के बाद अखिलेश यादव आजकल बीजेपी के मज़े लेने का कोई मौक़ा नहीं छोड़ रहे हैं. फिर उन्होंने ऐसा ही किया. अखिलेश ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा. मॉनसून ऑफर...100 लाओ, सरकार बनाओ
हांलाकि मॉनसून ऑफर में अखिलेश ने ना तो विधायक शब्द लिखा, ना ही बीजेपी और ना ही केशव मौर्य का नाम लिखा...लेकिन समझने वाले समझ गये. ..अखिलेश ने ऐसा ही ऑफर 2022 में भी दिया था. हांलाकि केशव मौर्य अखिलेश की हसरतों को एडवांस में ही अपने बयान से चूर-चूर कर चुके हैं.
संयोग है कि एक दिन पहले ही केशव मौर्य ने पोस्ट करके लिखा था- सपा बहादुर अखिलेश यादव जी, भाजपा की देश और प्रदेश दोनों जगह मज़बूत संगठन और सरकार है. सपा का PDA धोखा है. यूपी में सपा के गुंडाराज की वापसी असंभव है. भाजपा 2027 विधानसभा चुनाव में 2017 दोहराएगी.
लेकिन समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का मन अब भी मानने को तैयार नहीं है. उन्हें लग रहा है कि योगी और मौर्य के बीच कुछ तो ऐसा ज़रूर होगा, जो उन्हें चुनावी फ़ायदा देगा. वैसे अखिलेश के एक और मॉनसून ऑफर की भी चर्चा है. ये ऑफर कांग्रेस के लिये है कि वो उपचुनावों की 10 सीटों में से 3 सीटें कांग्रेस के लिये छोड़ सकते हैं. ..बशर्ते कांग्रेस भी महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव में समाजवादी पार्टी को ऐसा ही सीट ऑफर पेश करे. ..असल में ये दूसरे राज्यों में फैलने और राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने वाला प्लान है.