उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कानपुर जाकर सारस से मिलने की कोशिश की लेकिन उनकी सारस के साथ मुलाकात नहीं हो सकी. जानकारी के मुताबिक सारस को कानपुर के चिड़ियाघर में एकांतवास में रखे जाने के कारण अखिलेश यादव सारस से नहीं मिल सके. वन विभाग के अधिकारियों ने अखिलेश यादव को सारस से मिलने की इजाजत नहीं दी.


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हालांकि, अखिलेश यादव वहां अकेले नहीं पहुंचे थे बल्कि उनके साथ सारस को पालने वाला उसका दोस्त आरिफ भी मौजूद था. लेकिन दोनों में से किसी की भी सारस से मुलाकात नहीं हो पाई. इस दौरान अखिलेश यादव और आरिफ ने कानपुर चिड़ियाघर में एक घंटे का समय बिताया और सीसीटीवी के माध्यम से उन्होंने सारस को देखा.


वन विभाग के मुताबिक सारस की एक-एक हरकत पर डॉक्टर नजर रख रहे हैं. उसके स्वास्थ्य पर भी निगरानी रखी जा रही है. साथ ही उसका इलाज भी शुरू कर दिया गया है.


अमेठी के रहने वाले आरिफ को ये सारस पिछले साल अपने खेत में घायल अवस्था में मिला था. इसके बाद आरिफ ने उसका इलाज करवाया और इस दौरान दोनों की दोस्ती हो गई. सारस आरिफ के घर पर साथ रहने लगा.


इसके बाद अखिलेश यादव उससे मिलने के लिए आरिफ के घर भी गए. हालांकि, वन विभाग को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने सारस को चिड़ियाघर में ले जाकर छोड़ दिया. वहां उसे निगरानी में रखा गया है. सारस को पहले रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में रखा गया था जहां से वो आरिफ के पास लौट गया था.


इसके बाद दोबारा वन विभाग की टीम उसे लेकर गई और अब उसे कानपुर चिड़ियाघर ट्रांसफर कर दिया गया है. चिड़ियाघर में सारस को 15 दिन के लिए पृथक वास में रखा गया है. डॉक्टर लगातार उसकी कंडिशन पर नजर बनाए हुए हैं.