Maulana Mufti Shahabuddin Razvi Barelvi on Akhilesh Yadav: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने देश के 3 बड़े राज्यों में कांग्रेस की हार के लिए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को जिम्मेदार ठहराया है. जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि अगर सपा मुखिया अखिलेश यादव इन राज्यों में अपने उम्मीदवार नहीं खड़े करते तो कांग्रेस कई राज्यों में जीत हासिल करके हुकूमत बनाने में सफल हो जाती. मुफ्ती बरेलवी ने कहा कि अखिलेश यादव ने मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में सपा प्रत्याशी उतार कर कांग्रेस के सारे समीकरण बिगाड़ दिए. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'सपा प्रत्याशी नहीं होते तो जीत जाती कांग्रेस'


मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि इन चुनावों में जितने वोट सपा प्रत्याशियों ने हासिल किए हैं, उससे बहुत कम वोटों के अन्तर से कांग्रेस प्रत्याशी हारे हैं.  इसलिए मुसलमानों के जेहन में ये बात बैठ गई है कि सपा ने अपने प्रत्याशी खड़े नहीं किए होते तो कांग्रेस प्रत्याशी जीत जाते. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हार के लिए सीधे तौर पर अखिलेश यादव जिम्मेदार हैं. मौलाना ने आगे कहा कि कांग्रेस गठबंधन को अपने साथ सपा को लेने के लिए पुनः विचार करना चाहिए, अखिलेश यादव भरोसे मंद लीडर नहीं है कि उनके ऊपर आंख बंद करके भरोसा किया जा सके. 


'अखिलेश ने कांग्रेस पार्टी को धोखेबाज कहा'


उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान अखिलेश यादव ने कांग्रेस के खिलाफ बहुत कुछ बोला. यहां तक कि कांग्रेस पार्टी के लोगों को चोर और धोखेबाज तक कह डाला. अब ऐसी सूरत-ए-हाल में कांग्रेस के लोगों को चाहिए कि सपा को गठबंधन में शामिल न करें बल्कि उत्तर प्रदेश की दूसरी राजनीति पार्टीयों को अपने गठबंधन का हिस्सा बनाएं. उन्होंने कहा कि पिछले कई चुनाव में मुसलमानों ने अखिलेश यादव पर भरोसा करके वोट दिया लेकिन वे मुसलमानों के साथ कुछ भी दो कदम चलने के लिए तैयार नहीं हुए. 


'मुसलमान अबकी बार सोच-समझकर करेंगे फैसला'


मौलाना बरेलवी ने कहा कि ऐसा लगता है कि वो (अखिलेश यादव) मुसलमानों को सिर्फ़ वोट बैंक समझ कर इस्तेमाल करना चाहते हैं, मगर अब 2024 के लोकसभा चुनाव में 
मुसलमान कुछ खास फैसला करने जा रहे हैं. जो लोग मुसलमानों को इस्तेमाल करते हैं, उनको अब आईना दिखाया जाएगा. इस बार मुसलमान सोच समझकर अपने वोटो की ताकत से एक ऐसा नेता चुनेंगे जो इनकी मुश्किल की घड़ी में उनका साथ दे न कि अखिलेश यादव की तरह सिर्फ जुमलेबाजी करे. मुस्लिम नौजवानों में जोश है. इस बार इंकलाब आएगा.