नई दिल्‍ली: एलओसी पर पाकिस्‍तान लगातार सीजफायर का उल्‍लंघन कर रहा है. इसमें अब तक कई भारतीय जवान शहीद हुए हैं. हालांकि भारत की जवाब कार्रवाई में उसके पसीने छूट जाते हैं. उसके रेंजर भारतीय अफसरों को फोन कर गोलाबारी रोकने के लिए गिड़गिड़ाते हैं. इस बीच, एक बड़ी खबर यह है कि अमेरिका ने भारत के साथ रक्षा संबंध और मजबूत करते हुए अपने 6 अत्‍याधुनिक बोइंग एच 64ई अपाचे हेलीकॉप्‍टर देने के प्रस्‍ताव को मंजूरी दे दी है. इससे भारतीय फौज की ताकत काफी बढ़ जाएगी. इन्हें दुनिया के सबसे बेहतरीन अटैक हेलीकॉप्टर माना जाता है.


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इसके साथ ही अमेरिकी विदेश विभाग ने 4 एएन/एपीजी-78 फायर कंट्रोल रडार, 180 एजीएम-114एल-3 हेलफायर लांगबो मिसाइल, 90 एजीएम-114आर-3 हेलफायर टू मिसाइल, 200 स्ट्रिंगर ब्‍लॉक वन-92 एच मिसाइल, एम्‍बेडेड जीपीएस इंटीरियल नैविगेशन सिस्‍टम, 30 एमएम कैनन, ट्रांसपोर्डर, सिमुलेटर, ट्रेनिंग इक्विमेंट देने को भी तैयार हो गया है. इन पूरे सैन्‍य साजोसामान में कुल 930 मिलियन डॉलर खर्च होंगे.


टाटा के साथ है बोइंग की साझेदारी
अपाचे हेलीकॉप्‍टर को बोइंग कंपनी बनाती है. इस कंपनी के साथ देश के टाटा ग्रुप की साझेदारी भी है. दोनों कंपनियां मिलकर भारत में हेलीकॉप्‍टर का निर्माण कर रही हैं. अमेरिका के रक्षा विभाग ने इस सौदे की पुष्टि की है. उसका कहना है कि भारत की मांग पर अमेरिका ने इस सौदे को मंजूरी दी है. इससे दोनों देशों के रक्षा संबंध और प्रगाढ़ होंगे. साथ ही दक्षिण एशिया में राजनीतिक स्थिरता, शांति और आर्थिक प्रगति में इजाफा होगा. अमेरिका ने यह भी कहा कि इस सौदे का उद्देश्‍य यह कतई नहीं है कि वह दक्षिण एशिया में सैन्‍य संतुलन बिगाड़ना चाहता है.


अपाचे हेलीकॉप्‍टर की खासियतें
अपाचे हेलीकॉप्‍टर अमेरिकी सेना के एडवांस्‍ड अटैक हेलीकॉप्‍टर प्रोग्राम का हिस्‍सा है. 4 दशक से यह अमेरिकी सेना का हिस्‍सा है. इसे दुनिया का सबसे खतरनाक मारक हेलिकॉप्टर माना जाता है. अभी यह हेलीकॉप्टर इजराइल, मिस्र और नीदरलैंड के पास है.