Archaeologist Claim: प्रसिद्ध पुरातत्वविद् केके मोहम्मद (Archaeologist KK Muhammed) का दावा है कि दिल्ली में कुतुब मीनार (Qutub Minar) के पास बनी मस्जिद 27 हिंदू मंदिरों को तोड़कर बनाई गई थी. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में वर्ल्ड हेरिटेज डे के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुतुब मीनार के पास बनी कुव्वत-उल इस्लाम (Quwwat-ul-Islam) मस्जिद मंदिरों को तोड़कर बनाई गई थी.


‘विवाद से पहले तथ्य समझें’


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हमारी सहयोगी वेबसाइट WION में छपी खबर के अनुसार, पद्म श्री से सम्मानित 69 वर्षीय पुरातत्वविद् केके मोहम्मद ने कहा कि कुतुब मीनार के पास कई मंदिरों के अवशेष मिले हैं, जो दर्शाता है कि यहां पहले मंदिर थे और उन्हें तोड़कर मस्जिद का निर्माण किया गया. हालांकि, कुतुब मीनार अलग इमारत है और इसलिए विवाद में जाने से पहले दोनों तथ्यों को समझना होगा.


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अरबी शिलालेखों में हैं प्रमाण


दिल्ली पर्यटन विभाग की वेबसाइट के अनुसार, कुतुब मीनार के पूर्वी द्वार के एक शिलालेख पर उल्लेख किया गया है कि 27 हिंदू मंदिरों को ध्वस्त करने के बाद प्राप्त सामग्री से कुतुब मीनार का निर्माण किया गया था. केके मोहम्मद ने आगे कहा कि आप अरबी शिलालेखों के माध्यम से स्पष्ट रूप से सबूत पा सकते हैं, जो बताते हैं कि कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद का निर्माण 27 मंदिरों को तोड़कर किया गया था.


पहले कही थी ये बात


2019 में मंगलुरु लिट फेस्ट में केके मोहम्मद ने कहा था कि मुसलमानों के लिए यह उचित था कि वे वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद और भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा के ईदगाह को स्वेच्छा से हिंदुओं को सौंपते. अयोध्या के मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा था कि इस मामले में मुस्लिमों ने सुनहरा अवसर गंवा दिया है. बता दें कि मोहम्मद बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि स्थल की खुदाई में शामिल पुरातत्वविदों की टीम का हिस्सा थे.