“Painting is just another way of keeping a diary.”
-Pablo Picasso


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वाकई में दशकों पहले चित्रकारी को लेकर कही गई ये बात आज भी उतनी ही सत्यापित है जितनी ये कला के सृजन के समय रही होगी. कला अभिव्यक्ति का एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा व्यक्त भावनाएं बिना कुछ कहे या बताए सीधे मन पर अपना संदेश छोड़ती हैं. ऐसी ही कई कलाकृतियों और कलाकारों को एक मंच दिया है कारीगरी फाउंडेशन ने. 28 अक्टूबर को सेंट्रल दिल्ली स्थित बीकानेर हाउस में कारीगरी फाउंडेशन के द्वारा आर्ट गैलरी का उद्घाटन किया गया. उद्घाटन के दौरान कई नामचीन हस्तियां और चित्रकार मौजूद रहे. 


हर पेटिंग में है एक गंभीर संदेश


लगभग एक दर्जन से भी अधिक आर्टिस्ट के कई पीस ऑफ वर्क यहां प्रदर्शनी में लगाए गए हैं. हर कलाकृति की अपनी एक कहानी है. इन कलाकृतियों को देखना शुरू करो तो मानों समय थमता ही नहीं. हर कलाकृति एक गंभीर संदेश लिए हुए है. हमने कुछ आर्टिस्ट से भी बात की जिनकी कलाकृतियां इस गैलरी की शोभा बढ़ा रही हैं. हमने आर्टिस्ट अनिरुद्ध सरकार से बात की और उनकी पेंटिंग के बारे जिज्ञासावश पूछा. वैसे आपको बता दें कि अनिरुद्ध सरकार पेशे से प्रोफेशनल ग्राफिक डिजाइनर तो हैं ही लेकिन इनका पेंटिंग को लेकर प्रेम और इनकी कृतियां इनके प्रकृति प्रेम को भी दर्शाती हैं. अनिरुद्ध सरकार ने बताया कि उनकी पेंटिंग प्रकृति (Nature) की वर्तमान स्थिति को दर्शाती हैं. अपने जीवन में प्रकृति का कितना महत्व है अब ये शायद बताने का विषय नहीं लेकिन अपने आप में जीवंत कर लेने में इसकी सार्थकता है. सरकार अपनी पेंटिंग के पास ही खड़े होकर कई दर्शकों को अपनी पेंटिंग के विषय में बताते दिखे.


क्या है कारीगरी फाउंडेशन का मकसद?


कार्यक्रम के आयोजक और कारीगरी के संस्थापक मनप्रीत सिंह जो खुद 3D और 5D आर्किटेक्ट हैं, ने बताया कि कारीगरी फाउंडेशन का उद्देश्य कलाकारों के लिए अपना काम दिखाने और उन्हें जोड़ने के लिए एक गैर-लाभकारी मंच देना है. और वो ये काम लगातार कर रहे हैं, तीन सफल आयोजनों के बाद ये चौथा आयोजन है.


रंगों के जरिए समझाया गया प्रकृति प्रेम


कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान से ही बड़ी संख्या में कला प्रेमी यहां पहुंचे. सभी हर पेंटिंग और कृति के सामने मानों थम से जा रहे हों. इन कला प्रेमियों ने हमसे बात करते हुए बताया कि ये वाकई सुखद है. आर्टिस्ट अनिरुद्ध की पेंटिंग का उदाहरण देते हुए एक व्यक्ति ने कहा कि ये वाकई में अद्भुत है कि किस तरह से आप रंगों के माध्यम से प्रकृति प्रेम इतनी आसान भाषा में समझा देते हैं. ये भी बहुत स्पष्ट है कि प्रकृति संतुलन का स्तर कैसा है ये आप देखकर ही समझ सकते हैं.


ये प्रदर्शनी कला प्रेमियों के लिए तीन दिन तक रहने वाली है. कला प्रेमी इस प्रदर्शनी का आनंद आज से लेकर 31 अक्टूबर तक सुबह 10 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक बीकानेर हाउस के प्रथम तल पर पहुंच कर ले सकते हैं.