गुवहाटी: असम में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से लोगों पर बाढ़ का क़हर टूट पड़ा हैं. असम के कोकराझार जिले के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. बिगड़ते हालात को देखते हुए अब बचाव और राहत कार्य में स्‍थानीय प्रशासन के साथ भारतीय सेना के जवानों को भी लगाया गया है. 


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आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, निचले असम में तकरीबन 1 लाख लोग बाढ़ के चपेट में बताये जा रहें हैं. वहीं, ऊपरी असम के गोलाघाट, लखीमपुर, धेमाजी जिलों में 2 लाख से भी अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. रिपोर्ट के मुताबिक बाढ़ से अभी तक 3 लोगों की जाने जा चुकी है. 


आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, पड़ोसी देश भूटान से पानी आने के कारण असम के चिरांग जिले के चंपावती नदी का पानी उफान में हैं. कई गांव जलमग्न हो चुके हैं. चिरांग जिले के अमिनपारा गांव में सेना ने बचाव अभियान  चलाकर बाढ़ में फंसे हुई महिलाओं, बच्‍चों, बुजुर्गो सहित 39 लोंगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है.  


वहीं दूसरी तरफ, कोकराझाड़ जिले के गंगिया नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है. कोकराझाड़ जिले के तीन नंबर सेखारबिल में बाढ़ से घिरे लोगो को सुरक्षित स्थान में ले जाया गया है. निचली असम के कोकराझाड़, चिरांग जिले में नदी के तेज बहाव से हो रहे भू-कटाव से कई गावों के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.


इस बीच, असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज मुख्यमंत्री सचिवालय से असम के सभी बाढ़ग्रस्त जिलों के जिलाधीशों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए स्थिति का जायजा लिया और बाढ़ से बेहाल लोगों को हर संभव मदद करने और बचाव कार्य को तेज़ करने के आदेश दिए हैं.