Atique Ahmed Murder: अतीक अहमद को पहले से था हत्या का अंदेशा, फिर उठाया था ये कदम; लेकिन...
Atique Ahmed Murder: माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) को पहले से ही अपनी हत्या का अंदेशा था और इस वजह से उसने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में गुहार लगाई थी. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने 28 मार्च को सुनवाई करते हुए याचिका खारिज कर दी थी और हाई कोर्ट जाने का आदेश दिया था.
Atique-Ashraf Ahmed Murder: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद (Atique Ahmed) और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में शनिवार (15 अप्रैल) रात पुलिस की मौजूदगी में गोली मारकर हत्या कर दी गई. बता दें कि अतीक और उसके भाई को गोली उस समय गोली मारी गई जब पुलिस उनका मेडिकल टेस्ट कराने के लिए कॉल्विन अस्पताल लेकर पहुंची थी. मीडिया से बात करने के दौरान हमलावर ने अतीक अहमद के सिर में गोली मारी और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दोनों भाइयों को मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद पुलिस ने तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया. इससे 2 दिन पहले ही अतीक के बेटे असद को पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था.
अतीक अहमद को पहले से था हत्या का अंदेशा
माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) को पहले से ही अपनी हत्या का अंदेशा था और इस वजह से उसने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में गुहार लगाई थी. अतीक ने अपनी याचिका में कहा था कि उत्तर प्रदेश में उसकी जान को खतरा है. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने 28 मार्च को सुनवाई करते हुए याचिका खारिज कर दी थी और हाई कोर्ट जाने का आदेश दिया था. सुनवाई के दौरान अतीक के वकील ने कोर्ट से कहा कि उनकी जान को गंभीर खतरा है, इसलिए कुछ सुरक्षा दी जानी चाहिए. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आप इस समय हिरासत में हैं और राज्य मशीनरी आपकी देखभाल करेगी.
18 दिन बाद हुई हत्या
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से याचिका खारिज होने के 18 दिन बाद माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई. बता दें कि अतीक अहमद ने 1 मार्च को अपनी सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. उसने अपनी याचिका में कहा था कि यूपी में दर्ज मामलों की सुनवाई के लिए गुजरात से बाहर ना भेजा जाए, क्योंकि उसकी जान को खतरा है.
हत्या करने वाले युवकों की हुई पहचान
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले तीनों हमलावर की पहचान सामने आ चुकी है. तीनों हमलावर उत्तर प्रदेश के ही रहने वाले हैं, लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि इनमें से कोई भी प्रयागराज का नहीं है. पहला हमलावर लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है. दूसरा हमलावर अरुण मौर्य हमीरपुर का रहने वाला है और तीसरा हमलावर सनी कासगंज जनपद का रहने वाला है.
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