नई दिल्लीः एनडीएमसी एरिया के अंतर्गत आने वाली औरंगजेब रोड की पहचान अब महान शिक्षक और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम के नाम पर की जा सकती है। इस आशय का प्रस्ताव एनडीएमसी की बैठक में पास होने के बाद दिल्ली सरकार को भेजा जाएगा।


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यह प्रस्ताव बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी, महेश गिरि और आम आदमी पार्टी के ट्रेड विंग नेता विपन रोहिला की तरफ से लाया गया है। इस बारे में सांसद महेश गिरि पहले भी चिट्ठी लिख चुके हैं। सड़कों के नाम बदलकर रखने के संबंध में शहरी विकास मंत्रलय की तरफ से किसी भी ऐतिहासिक रोड का नाम नहीं बदलने के साफ दिशानिर्देश हैं। हालांकि नई सड़क का नामकरण किया जा सकता है।


वर्तमान नियम में यह भी व्यवस्था है कि अगर सरकार चाहे और काउंसिल चाहे तो इस पर विचार किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार इस सड़क का नाम बदलने के संबंध में पहले भी कुछ आवेदन आ चुके थे, लेकिन नियमों के तहत इस तरह की मांग को खारिज कर दिया गया। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के लोकप्रिय होने की वजह से उनके नाम पर विचार किया जा रहा है। 


बहरहाल, इससे पहले भी एनडीएमसी की छह सड़कों के नाम बदले जा चुके हैं। हुमायूं लेन का नाम बारदुल लेन, हेस्टिंग रोड का कृष्णा मेनन मार्ग, वेलीसेली रोड का डॉ. जाकिर हुसैन मार्ग, कनॉट सर्किल का इंदिरा चौक, कनॉट प्लेस का राजीव चौक और केनिंग लेन का माधवराव लेन रखा गया था। 


उल्लेखनीय है कि इससे पहले बीजेपी भी औरंगजेब रोड का नाम बदल कर की गुरु गोविंद सिंह रोड रखने की मांग कर चुकी है। इस मांग को दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी ने भी समर्थन दिया था। वहीं शिरोमणि अकाली दल इस सड़क का नाम गुरु तेग बहादुर रोड रखने की मांग कर चुका है।