Babulan Marandi: झारखंड (Jharkhand) में आदिवासियों का उत्पीड़न कब रुकेगा? ये सवाल उठाया है. बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने. बाबूलाल हेमंत सोरेन सरकार की पुलिस प्रशासन पर जमकर हमलावर हैं. उन्होंने सोरेन की सरकार पर वोटबैंक के लिए मुस्लिमों के तुष्टिकरण करने और आदिवासियों से गद्दारी करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. मरांडी ने सोशल मीडिया पर एक बाद एक कई पोस्ट करके अपना गुस्सा जाहिर किया है. अपनी पोस्ट में उन्होंने संताल आदिवासियों की पवित्र धार्मिक जमीन पर मुसलमानों को दफनाने का आरोप लगाते हुए हेमंत सोरेन से जवाब मांगा है. 


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विधानसभा चुनावों में देना होगा जवाब


संथाल परगना क्षेत्र में संताल आदिवासियों की धार्मिक जमीन पर  मुसलमान का शव दफना कर 'लैंड जिहाद' को अंजाम दिया जा रहा है. जामताड़ा के नारायणपुर थाना क्षेत्र में  संतालो की पुरातन पतीत जमीन पर मुसलमानों ने जबरन रहमतुल्लाह का शव दफन कर उसे कब्रिस्तान बनाने की योजना पर काम किया है. अब संताल आदिवासी समाज न्याय की गुहार लगा रहा है, लेकिन संताल आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुलिस प्रशासन मुसलमानों का ही साथ दे रहा है. झामुमो-कांग्रेस का मुस्लिम तुष्टिकरण वाला घिनौना चेहरा अब सर्वविदित हो चुका है. आगामी चुनाव में आदिवासी समाज हेमंत सोरेन को करारा जवाब देगा.


रेप के आरोपी को बचाने का आरोप


इसके अलावा मरांडी ने राज्य में रेप के एक मामले में समुदाय विशेष के आरोपी पर कार्यवाई न होने को लेकर भी निशाना साधा है. उन्होंने ये आरोप भी लगाया कि झारखंड में शाम होते ही सरकारी स्कूल शराबियों का अड्डा बन जाते हैं. फिर क्या बोतलों से स्कूल को पाट देने का सपना लेकर हर दिन शराबियों का झुंड सरकारी स्कूलों में आता है, बैठकी लगती है और फिर शराब के नशे में मना करने वालों को पीटा जाता है, बोतलें तोड़ी जाती हैं, गंदे स्कूलों को और अधिक गंदा किया जाता है.


सुबह स्कूल पहुंचकर शिक्षकों और विद्यार्थियों का पहला कार्य अध्ययन अध्यापन न होकर, बोतलों को इकट्ठा करने, फैली गंदगी को समेटने में निकल जाता है. तत्पश्चात कहीं प्रार्थना होती है, और फिर उसके बाद कहीं पढ़ाई. हेमंत सरकार में ऐसे असामाजिक तत्वों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है, लेकिन इसके बाद भी हिम्मतवाली सरकार शिक्षा के मंदिरों तक को भी सुरक्षित रखने में नाकाम साबित हो रही है.