Parliament Winter Session: केरल की वायनाड सीट से कांग्रेस की सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को लोकसभा में अपने पहले भाषण के साथ ही सियासी महफिल लूट ली है. लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद में प्रियंका गांधी के पहले भाषण की जमकर तारीफ की. उन्होंने संसद के बाहर मीडिया से कहा, 'मैंने इसे देखा, यह बहुत अच्छा, अद्भुत भाषण था. यह मेरे पहले भाषण से बेहतर था. आप ऐसा भी कह सकते हैं.



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सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने की प्रियंका की जमकर तारीफ


संसद के जारी शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में प्रियंका गांधी के पहले भाषण की राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी तारीफ की. उन्होंने कहा कि बहुत बढ़िया भाषण था. प्रियंका गांधी ने सरकार के सामने सभी जरूरी तथ्य रखे और बताया कि कैसे संविधान का दुरुपयोग किया जा रहा है. हम सब उनके प्रदर्शन से बहुत खुश हैं. वहीं, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने भी अपनी बेटी प्रियंका गांधी के लोकसभा में पहले भाषण की तारीफ में कहा, "बहुत बढ़िया."



संविधान लागू होने के 75 साल पूरे होने के मौके पर संसद में खास चर्चा


देश में संविधान लागू होने के 75 साल पूरे होने के मौके पर संसद के जारी शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में 13 दिसंबर (शुक्रवार) से दो दिन की विशेष चर्चा शुरू हुई. इस दौरान वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में अपना पहला भाषण दिया. अपने पहले ही भाषण में बेहद आक्रामक रुख के साथ प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी और भाजपा पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पूरे देश की जनता जानती है कि इनके यहां वॉशिंग मशीन है. वो यहां से वहां जाता है वो धुल जाता है. इस तरफ दाग, उस तरफ स्वच्छता. शायद वॉशिंग मशीन में धुल गए हैं.


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प्रियंका गांधी ने उठाया लोकतंत्र, संविधान, एकता और भाईचारा का मुद्दा


प्रियंका गांधी ने लोकसभा में लोकतंत्र, संविधान, एकता और भाईचारा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आजकल शक और घृणा के बीज बोए जा रहे हैं. पीएम मोदी यहां सदन में संविधान की किताब को माथे से लगाते हैं लेकिन संभल, हाथरस, उन्नाव और मणिपुर में जब न्याय की आवाज गूंजती है तो उनके माथे पर शिकन तक नहीं आती है, शायद वो भूल गए हैं कि भारत का संविधान संघ का विधान नहीं है. भारत के संविधान ने हमें एकता दी, हमें आपसी प्रेम दिया. 


उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग संविधान-संविधान कह रहे हैं. क्योंकि इस चुनाव में हारते-हारते जीतने से ये पता चला कि इस संविधान में बदलाव की बात नहीं चलेगी. जाति जनगणना की मांग आज की जरूरत है. 


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