'चमकी बुखार' से बच्चों को बचाने के लिए उठाए गए बड़े कदम, SKMCH में होंगे 2500 बेड
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'चमकी बुखार' से बच्चों को बचाने के लिए उठाए गए बड़े कदम, SKMCH में होंगे 2500 बेड

मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा है कि अस्पताल पहुंचने में देरी करने से बच्चों की मौत हो रही है. सरकार 400 एम्बुलेंस के लिए पैसे दे रही है, लोगों को जितना जल्दी हो सके उन्हें हॉस्पिटल पहुचना चाहिए. 

सकेएमसीएच में 2500 बेड बनाया जाएगा और इसके साथ ही धर्मशाला भी बनाया जाएगा.

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुजफ्फरपुर का दौरा किया, जहां एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से अब तक 108 बच्चों की मौत हो चुकी है.

जिला के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के साथ नीतीश कुमार ने सरकारी श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) का दौरा किया, जहां उन्होंने अपना इलाज करा रहे बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की. वहीं, नीतीश कुमार के दौरे के बाद बच्चों का खास ख्याल रखने के लिए कुछ बड़े कदम उठाए गए हैं. 

मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा है कि अस्पताल पहुंचने में देरी करने से बच्चों की मौत हो रही है. सरकार 400 एम्बुलेंस के लिए पैसे दे रही है, लोगों को जितना जल्दी हो सके उन्हें हॉस्पिटल पहुचना चाहिए. 

उन्होंने कहा कि बच्चों के इलाज के लिए बाहर से भी मुजफ्फरपुर से डॉक्टर भेजे जा रहे हैं. पीएमसीएच और डीएमसीएच से भी डॉक्टर भेजे जा रहे हैं लेकिन बीमारी के कारणों का पता नहीं चल पा रहा है. सभी मरीज अलग-अलग बैकग्राऊंड के हैं. 

दीपक कुमार ने बताया कि 400 से अधिक बच्चे प्रभावित हुए हैं और कल से सभी बच्चों के घरों की ऑडिट की जाएगी. साथ ही एसकेएमसीएच में 2500 बेड बनाया जाएगा और इसके साथ ही धर्मशाला भी बनाया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि यह धर्मशाला परिजनों के रुकने के लिए बनाया जाएगा.