झारखंड: 5 लाख इनामी नक्सली ने किया सरेंडर, संगठन की स्थिति को बताया खस्ता
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झारखंड: 5 लाख इनामी नक्सली ने किया सरेंडर, संगठन की स्थिति को बताया खस्ता

टीपीसी का सब कमांडर वासुदेव पर लातेहार जिले में करीब 29 मामले दर्ज हैं और पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी. 

नक्सली वासुदेव पर 5 लाख का इनाम था.

रांची: आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर झारखंड के लातेहार जिले में आतंक का पर्याय बने टीपीसी के सब जोनल कमांडर वासुदेव गंझू ने रांची पुलिस के समक्ष अपने हथियार डाल दिए. वासुदेव पर 5 लाख का इनाम था, जो उसे आत्मसमर्पण के दौरान दिया गया. इस दौरान नक्सली ने बताया कि संगठन की हालत वर्तमान में काफी खराब हो गई है और गिने-चुने लोग ही संगठन में बचे हैं.

बता दें कि टीपीसी का सब कमांडर वासुदेव पर लातेहार जिले में करीब 29 मामले दर्ज हैं और पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी. वासुदेव 2003 से 2013 तक भाकपा माओवादी का उत्तरी लातेहार का कमान संभाल रहा था, जिसके बाद वो टीपीसी में शामिल हुआ और नक्सल वारदातों को अंजाम देता रहा.

आत्मसमर्पण के दौरान उसके साथ एक रायफल और 4 जिंदा कारतूस भी थे. मामले की जानकारी देते हुए रांची एसएसपी ने कहा कि वासुदेव पर नक्सल गतिविधि और आर्म्स एक्ट के कुल 29 मामले लातेहार, चंदवा, बालूमाथ, हेरहंज, मनिका, बरवाडीह थाने में दर्ज थे और पुलिस को इसकी लंबे समय से तलाश थी.

एसएसपी रांची अनीश गुप्ता ने कहा कि आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर वासुदेव ने सरेंडर किया. इस दौरान सीआरपीएफ के भी अधिकारी भी मौजूद रहे.

वहीं, गिरफ्तार नक्सली ने कहा कि समाज के मुख्यधारा में लौटने को लेकर वो काफी दिनों से प्रयासरत था. जिसका मौका उसे आज मिला है. उसने कहा कि वो कई नक्सली  वारदातों को अंजाम दे चुका है. 

वासुदेव ने ये भी कहा कि इन दिनों टीपीसी की स्थिति काफी खराब हो चुकी है और लोग संगठन छोड़ जा चुके हैं. अब कुछ लोग ही इस संगठन में बचे हैं.